दिल्ली : आकाशवाणी पर प्रसारित किया जाने वाला कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिये पीएम मोदी ने आज भारत के नागरिकों को संबोधित किया। मोदी की यह 2018 की पहली मन की बात है। 3 अक्तूबर 2014 को पहले प्रसारण के बाद से अब तक का यह 40वां प्रसारण रहा। जनवरी 2015 में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भी उनके साथ इस कार्यक्रम में भाग ले चुके हैं, और ओबामा ने इस कार्यक्रम में भारत की जनता के पत्रों के उत्तर भी दिए।
आज के संस्करण में पीएम ने सबसे पहले नारी शक्ति का जिक्र किया। उन्होंने कल्पना चावला को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन से पूरे विश्व में, खासकर भारत की हजारों महिलाओं को यह संदेश दिया कि नारी-शक्ति की कोई सीमा नहीं है। साथ ही पीएम ने पुराणों का ज़िक्र करते हुए कहा कि स्कंद पुराण में कहा गया है कि एक लड़की दस लड़कों के बराबर है। पीएम मोदी ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि मुंबई का माटुंगा स्टेशन इस देश का ऐसा पहला स्टेशन है जहां सारी महिला कर्मचारी हैं। छत्तीसगढ़ की आदिवासी महिलाओं का भी पीएम मोदी ने जिक्र किया और कहा कि उन्होंने भी मिसाल कायम की है। आज हमारी नारी शक्ति आत्मनिर्भर बन रही है। इसके आलावा जन औषधि केंद्र, यूरोपीय संघ द्वरा भेजा कैलेंडर जिसमें भारतीयों के योगदान को दर्शाया गया है, और पद्म पुरस्कारों की बदलती प्रक्रिया पर भी बात की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पिछले तीन सालों में पद्म पुरस्कारों की पूरी प्रक्रिया बदल गई है। इस पुरस्कार के लिए कोई भी ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। अब पद्म पुरस्कार पाने के लिए व्यक्ति का नाम नहीं बल्कि काम महत्व रखता है और इसीलिए अब सामान्य लोगों को भी पुरस्कार मिल रहे हैं।
Women are advancing in many fields, emerging as leaders. Today there are many sectors where our Nari Shakti is playing a pioneering role, establishing milestones: PM @narendramodi #MannKiBaat https://t.co/dnSgAXuRAi pic.twitter.com/BJ86unQJPC
— PMO India (@PMOIndia) January 28, 2018