नई दिल्ली: ऐसा कहा जाता है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन होने के बाद अब भाजपा और कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐसे में सभी पार्टियां फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं। सुनने में आ रहा है कि कई सांसदों के टिकट कट सकते हैं। ऐसे में उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज की घबराहट सामने आ गई है। साक्षी महाराज ने साफ कर दिया है कि अगर उनका टिकट कटा, तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।
पिछले दिनों देश के संवेदनशील मुद्दों पर आक्रामक बयान देने वाले सांसद साक्षी महाराज को अपने टिकट कटने का डर इतना सता रहा है कि उन्होंने यूपी भाजपा अध्यक्ष को एक चेतावनी भरा पत्र भी लिख दिया है। इस पत्र में साक्षी महाराज ने कहा है कि अगर उनका टिकट काटा गया, तो इसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे। साक्षी महाराज का ये पत्र सोशल मीडिया में साझा हो रहा है।
इस पत्र में तिथि 7 मार्च दिखाई दे रही है। साक्षी महाराज ने लिखा है, ‘बीते पांच साल में मैंने अपने संसदीय क्षेत्र में दिन-रात कड़ी मेहनत करके करोड़ों रुपये लगाकर पार्टी की स्थिति को बहुत मजबूत किया है। साथ ही अन्य सांसदों की तुलना में मैं अंतरराष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाने में सफल रहा हूं। ऐसे में अगर उन्नाव से मेरे संबंध में पार्टी कोई अन्य निर्णय लेती है तो इससे मेरे प्रदेश और देश के करोड़ों कार्यकर्ताओं के आहत होने की पूरी संभावना है, और इसका परिणाम सुखद नहीं रहेगा।’
साक्षी महाराज ने पत्र में यह भी कह डाला है कि आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर उन्नाव सीट से उन्हें मौका दिया जाए। साक्षी महाराज ने ये इच्छा भी जता दी है कि वह उन्नाव के अलावा किसी और सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘साल 2014 के लोकसभा चुनाव नतीजों के आंकड़े बताते हुए साक्षी महाराज ने लिखा कि उन्होंने तीन लाख पंद्रह हजार मतों से जीत दर्ज की थी और सपा व बसपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। महाराज ने कहा कि इस बार यह सीट सपा के खाते में गई है, जिससे अरुण कुमार शुक्ला या किसी दूसरे ब्राह्मण उम्मीदवार के चुनाव लड़ने की संभावना है। खुद को उन्नाव जिले का इकलौता ओबीसी नेता बताते हुए साक्षी महाराज ने संसदीय क्षेत्र में अपने समाज के वोटरों की संख्या भी गिनाई और खुद को सबसे प्रबल उम्मीदवार बताया।
चर्चा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा अपने मौजूदा सांसदों में से लगभग 24 का टिकट कट सकता है। इनकी जगह योगी सरकार के कई मंत्रियों को टिकट दिए जा सकते हैं। ऐसे में मौजूदा सांसदों को डर सता रहा है। हालांकि, भाजपा की ओर से मौजूदा सांसदों के टिकट काटने को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।