कोटद्वार: कोटद्वार में सतर्कता सैक्टर देहरादून टीम ने सहायक कोषाधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामले के अनुसार, शिकायतकर्ती कोटद्वार जिला पौडी गढवाल द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर देहरादून को इस आशय का दिया कि उनके पति जो कि राजकीय इण्टर कालेज डाबरी पौडी गढवाल में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत थे, का वर्ष 2007 मे ड्यूटी के दौरान निधन हो गया था, उस समय शिकायतकर्ती के पति का छटे वेतन आयोग का पे फिक्सेशन गलत तरीके से 5400/- रूपये हो गया था, जबकि शिकायतकर्ती के पति का पे फिक्सेशन 7600/- रूपये पर होना था। इस सम्बन्ध मे विभाग से प्रत्राचार किये जाने के उपरान्त शिकायतकर्ती के पति का पुनरिक्षित पेंशन के ऐरियर के रूप में 3,73,865/-रूपये का भुगतान होना था, उक्त भुगतान का ऐरियर 3,73,865/-रुपये मंजूर कर 28 फरवरी को वरिष्ठ कोषाधिकारी कोटद्वार को भेज दिया गया था। भुगतान कि ऐवज में सहायक कोषाधिकारी, कोषागार कोटद्वार बीर सिंह रावत पुत्र स्व. नैन सिंह रावत, निवासी ग्राम मानपुर निकट शान्तिबल्लभ मैमोरियल स्कूल थाना कोटद्वार जिला पौडी गढवाल ने शिकायतकर्ती से 10,000/- रूपये रिश्वत की मांग की।
सहायक कोषाधिकारी, कोषागार कोटद्वार बीर सिंह रावत उपरोक्त ने शिकायतकर्ती को 10,000/-रूपये लेकर 02 जुलाई को कार्यालय कोषागार कोटद्वार में बुलाया था। शिकायतकर्ती रिश्वत नहीं देना चाहती थी, बल्कि एैसे भ्रष्ट सहायक ट्रेजरी अधिकारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार करवाना चाहती थी। सतर्कता सैक्टर द्वारा शिकायतकर्ती के शिकायती प्रार्थना पत्र की गोपनीय जांच से आरोप सही पाते हुये नियमानुसार ट्रैप संचालन हेतु ट्रैप टीम का गठन किया गया।
मंगलवार को आरोपी बीर सिंह रावत पुत्र स्व. नैन सिंह रावत निवासी ग्राम मानपुर निकट शान्तिबल्लभ मैमोरियल स्कूल थाना कोटद्वार जिला पौडी गढवाल को सतर्कता सैक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा कार्यालय कोषागार कोटद्वार से समय करीब 3 बजे सरकारी स्वतन्त्र गवाहान के समक्ष शिकायतकर्ती से 10,000/- उत्कोच ग्रहण करते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी के विरुद्ध थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून पर धारा-7भ्रनिअधि (संशोधन) 2018 के अन्तर्गत अपराध पंजीकृत कराकर विवेचना की जायेगी।