ट्विटर इंडिया पर भड़की महबूबा मुफ्ती, बोलीं: आतंक के आरोपी साध्वी प्रज्ञा का अकाउंट वैरिफाइड कैसे

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नई दिल्ली: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के सत्यापित ट्विटर हैंडल को लेकर माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर जमकर निशाना साधा है। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करते हुए कहा कि जिस पर आतंक का आरोप लगा हो उसे नफरत के बीच बोने के लिए मंच दिया जाता है। भगवान का शुक्रिया है कि गोड्से जीवित नहीं है।

ब्लू टिक का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए मुफ्ती ने साधा निशाना

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के वैरिफाइड ट्विटर हैंडल का स्क्रीन शॉट शेयर किया है जिसमें ब्लू टिक के साथ ट्वीट किया गया है। दरअसल साध्वी प्रज्ञा के पास @TwitterIndia के लिए एक सत्यापित ट्विटर अकाउंट है। जिस पर महबूबा मुफ्ती ने निशाना साधा है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस में आरोपी हैं और फिलहाल वो जमानत पर बाहर हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा है।

टिकट दिए जाने के बाद भी महबूबा ने साध्वी पर साधा था निशाना

आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब महबूबा मुफ्ती ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर निशाना साधा है। इससे पहले जब बीजेपी ने उनको भोपाल लोकसभा सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया था तब भी पीडीपी नेता ने ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि अगर मैं एक आतंकी आरोपी को मैदान में लाऊं तो गुस्से की कल्पना करें, चैनल अब तक एक mehboobaterrorist हैशटैग के साथ ट्रेंड कर रहे होते। इन लोगों के अनुसार आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है। लेकिन सभी मुसलमान आतंकवादी हैं, निर्दोष साबित होने तक दोषी।

विवादित बयान को लेकर झेलना पड़ा था विरोध

बीजेपी की ओर से भोपाल की सीट से टिकट दिए जाने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर उस समय चर्चा में आ गई जब उन्होंने पूर्व एटीएस प्रमुख शहीद हेमंत करकरे को लेकर विवादित टिप्पणी की। इसके बाद विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर हमलावर हो गईं, हालांकि बाद में उन्होंने हेमंत करकरे को लेकर दिए विवादित बयान पर माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि था कि मेरे श्राप के कारण उनकी मृत्यू हुई है। दूसरी ओर से बीजेपी ने भी साध्वी प्रज्ञा के इस बयान से किनारा काट लिया था। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस में उनकी भागीदारी पर उन्हें “गर्व” था।

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