देहरादून: देहरादून की सड़कों की बदहाली से तो सभी वाकिफ हैं, जगह-जगह सड़कें इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं कि, ये कोई भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। अब तक विभाग बरसात का बहाना बना कर इन सड़कों को ठीक करने के कार्य को टालता रहा। अब इन सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू हुआ तो, उसमे भी मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति ही की जा रही है। ऐसा ही मामला शहर के व्यावसायिक केंद्र कहे जाने वाले ट्रांसपोर्ट नगर में देखने को मिला।
यहाँ स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि, उन्होंने एक मांग पत्र के जरिये ट्रांसपोर्ट नगर की सड़कों की हालत ठीक करने, नालियों का निर्माण करने व उनके ऊपर स्लैब बनाने की मांग की थी। जिसके लिए 5 करोड़ 70 लाख सरकार की ओर से इस कार्य के लिए आवंटित किए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि, एमडीडीए की ओर से यहां पर जो भी सड़कों के मरम्मत का कार्य किया जा रहा है उसमें केवल ऊपरी सतह पर ही काला मात्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, यहां पर हो रहे सड़क मरम्मत में किसी तरह के कोई भी रोडिया नहीं डाले गए, साथ ही ऊपरी परत की जरूरी मोटाई को भी अनदेखा किया गया है।
उन्होंने कहा कि, नालियों में भी सिंगल ईटों के साथ ही केवल रेत डालकर खानापूर्ति की गई है, जिससे यह कार्य ज्यादा समय तक नहीं चलेगा और एक ही बारिश में पूरा पैसा बर्बाद हो जाएगा। इसके अलावा उन्होंने मांग की है कि, उक्त ठेकेदार द्वारा जो कार्य यहां पर किया गया है, उसकी मॉनिटरिंग की जानी चाहिए।
इससे पहले उक्त ठेकेदार द्वारा इस सड़क की मरम्मत का कार्य बीती रात को किया गया। जिससे सड़क की बिगड़ी गुणवत्ता की सूचना पर सभी ट्रांसपोर्ट ने रात में इसका विरोध भी किया।