अल्मोड़ा: पूर्व में कांग्रेस सरकार के समय ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने के लिए बनाई गई सड़कों में ग्रामीणों ने अनिमियत्ता का आरोप लगाया था। जिसके बाद ग्रामीणों की शिकायत के बाद मोर्टर मार्ग के निरीक्षण के लिए शासन स्तर से अल्मोडा में टैक्निकल एसर्पट को भेजा गया। शासन स्तर से आए टैक्निकल एक्सपर्ट ने अनियमित्ता की शिकायत के बाद अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित शैल-घुरसों मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क अलाईमेन्ट में कई अनिमियत्ताएं पाई गई। मोर्टर मार्ग में कई अनियमित्ताएँ पाए जाने पर प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारीयों को जमकर फटकार लगायी। सड़क अलाईमेंट में अनियमित्ता को लेकर नाराज डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चौहान ने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की बात कही है।
वहीं मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि शैल, घुरसौं सहित आसपास के गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए साल 2015-16 में शैल-घुरसौं सड़क का निर्माण किया गया। लेकिन सड़क का अलाईमेंट सही नहीं होने के चलते सड़क में आये दिन हादसे हो रहें हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज तक सड़क में डामरीकरण भी नहीं हुआ है। जबकि बारिश के दिनों में सड़क का मलुआ ग्रामीण क्षेत्रों में आने से ग्रामीणों के घरों और फसल को भारी नुकसान हो रहा है।
वहीं विधानसभा उपाध्यक्ष व अल्मोड़ा विधायक रघुनाथ सिंह चौहान का कहना है कि एक करोड़ पैंसठ लाख की लागत से इस मोर्टर मार्ग का निर्माण कार्य किया गया था। लेकिन अभी तक इस मोर्टर मार्ग का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जिस कारण इस मोर्टर मार्ग में अभी तक कोई गाड़ी नहीं चल रही है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन जनप्रतिनिधि ने जनता के पैसों का दुरूप्रयोग किया है। इस मोर्टर मार्ग की कई बार जांच करा चुका हूं लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों द्वारा गलत तरीके से इस मोर्टर मार्ग का निर्माण किया गया है। उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।