देहरादून: 108 व खुशियों के सवारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।महिला कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों को सुद्धोवाला जेल की तरफ ले गये हैै। बता दें कि परेड ग्राउंड से निकले 108 व खुशियों की सवारी के कर्मचारियो की 43 दिन से सरकार नही सुन रही है उत्तराखंड के परिवार के साथ धोखा हो रहा है। अप्रैल माह का वेतन नही दिया और बाहर कर दिया गया।
दरअसल राज्य सरकार ने 11 साल बाद 108 आपातकालीन सेवा का टेंडर जीवीके एमआरआई से समाप्त कर नई कंपनी कम्युनिटी एक्शन मोटिवेशन प्रोग्राम को दिया है। जीवीके ईएमआरआई कंपनी की ओर से संचालित 108 व खुशियों की सवारी के 717 कर्मचारियों की 30 अप्रैल को सरकार ने सेवा समाप्त कर दी। जिसमें 108 सेवा के कर्मचारी 30 अप्रैल को बेरोजगार हो गए हैं । कर्मचारियों को सेवा समाप्ति नोटिस मिलने पर उनकी उनकी परिवार में आर्थिक संकट पैदा हो गया है। 717 परिवारों की अनदेखी की जा रही है।जिसके चलते कर्मचारी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।