रूस के न्योनोस्का में रॉकेट परीक्षण के दौरान अचानक हुए धमाके से पांच परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई, जबकि नौ घायल हो गए। हादसे के बाद न्योनोस्का से 47 किलोमीटर दूर सेवेरोद्विंस्क शहर में रेडिएशन फैल गया है। । मेडिकल टीम ने केमिकल और न्यूक्लियर प्रोटेक्शन सूट पहनकर सभी घायलों को टेस्ट साइट से बाहर निकाल लिया है।
रूस की न्यूक्लियर कंपनी रोसातोम के मुताबिक, वैज्ञानिक रॉकेट के लिक्विड प्रोपेलेंट इंजन का परीक्षण कर रहे थी उसी दौरान रॉकेट में धमाका हुआ। जिस समय ये धमाका हुआ उस वक्त वैज्ञानिक आइसोटोप के जरिए प्रपुल्शन सिस्टम को चलाने का प्रयास कर रहे थे। धमाका इतना तेज था कि टेस्ट साइट को काफी नुकसान हुआ है। धमाके में पांच वैज्ञानिकों की मौत हो गई है, जबकि नौ घायल बताए जा रहे हैं। टेस्टिंग साइट के पास रहने वाले आर्खनगेल्सक और सेवेरोद्विंस्क शहर के लोग रेडिएशन को लेकर काफी डरे हुए हैं।रूस के न्योनोस्का में रॉकेट परीक्षण के दौरान ब्लास्ट होने से सेवेरोद्विंस्क शहर में रेडिएशन स्तर सामान्य से 20 गुना ऊपर पहुंच गया है।
बताया जा रहा है कि वैज्ञानिक आइसोटोप के जरिए प्रपुल्शन सिस्टम को चलाने का प्रयास कर रहे थे। हादसे के दो दिन बाद तक स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है। टेस्टिंग साइट के पास मौजूद आर्खनगेल्सक और सेवेरोद्विंस्क शहरों में रेडिएशन को लेकर लोगों में डर है। मेडिकल स्टोर्स पर आयोडीन लेने के लिए भीड़ लग गई। बताया गया है कि दोनों शहरों में यह दवा खात्मे की कगार पर है।