रुद्रप्रयाग: प्रदेश के पेयजल व जिले के प्रभारी मंत्री प्रकाश पंत ने आज जिला सभागार में अधिकारियों के साथ विकास योजनाओं की समीक्षा की। प्रभारी मंत्री प्रकाश पन्त ने अधिकारियों को वर्किंग कल्चर सुधारने की शक्त हिदायत दी, और कहा कि अब विभागों के आपसी समन्वय से योजनाओं का क्रियान्वयन होगा। साथ ही न्याय पंचायत स्तर पर सभी विभागों की माॅनीटरिंग के लिए अलग से नोडल अधिकारी तैनात किये जायेंगे।
जनपद प्रभारी मंत्री बनने के बाद पहली बार रुद्रप्रयाग पहुंचे पंत का भाजपाइयों ने भव्य स्वागत किया। जिला सभागार में प्रकाश पंत ने पहले तो अपनी कार्यशैली से अधिकारियों को अहसास करवाया कि अब पुराने तरीके से कार्य नहीं होगा। उन्होने साफ तौर पर कहा कि अधिकारी विभागीय समन्वय के साथ कार्य करें और योजनाओं का क्रियान्वयन का उद्देश्य रोजगार श्रृजन के रुप में करना सुनिश्चित करें। उन्होने विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो निस्प्रयोज्य व अवैध अतिक्रमण की भेंट चढ रही परिसंम्पतियों को किस तरह से उपयोग में लाया जाय इस पर विशेष कार्ययोजना तय होनी चाहिए। साथ ही विभागों द्वारा करवाये जा रहे कार्यों की देखरेख के लिए न्याय पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारी तैनात किये जायेंगे, जो सभी सूचनाएं जिलाधिकारी तक पहुंचाएंगे।
केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी समीक्षा बैठक से सन्तुष्ट दिखे, उनका कहना था कि बैठकों में किया जा रहा मंथन तो सही है मगर जिस तरह से हर वर्ष जिला योजना के धन में भारी कटोटी हो रही है। वह विकास कार्यों को प्रभावित कर रहा है।
पहली ही बैठक में प्रभारी मंत्री ने अपने तल्ख तेवर अधिकारियों को दिखा दिये हैं और कार्यप्रणाली में परिर्वतन लाने का फरमान भी जारी कर दिया है ऐसे में साफ है कि आने वाले दिनों में जिले के अधिकारी अपनी कार्यशैली को बदलेंगे या फिर पूर्व की भांति सभागार में दिये गये निर्देश फिर से राजनैतिक जुमले बने रहेंगे।