रुद्रप्रयाग: जिले के बच्छणस्यूं क्षेत्र में बनने वाली दो सडकें सवालों के घेरे में आ गयी हैं। तमाम खामियां इन सडकों पर साफ दिख रही हैं। स्यूणी-टेंठी-पाटा मोटर मार्ग पर तो गुणवत्ता को ताक पर रखा गया है, जहाँ डामरीकरण बिछते ही उखडना शुरु हो गया है। वहीं खांकरा-कमोल्डी-मोलखाखाल मोटर मार्ग पर मिट्टी की सोइलिंग की जा रही है।
अगस्त्यमुनि के प्रमुख जगमोहन रौथाण ने मार्ग निर्माण पर सवालिया निशान लगाते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। दरअसल दोनों सडकें विश्व बैंक पोषित हैं और पूर्व से निर्मित हैं। मोलखाखाल मोटर मार्ग का चौड़ीकरण व डामरीकरण कार्य इन दिनों किया जा रहा है, जिसमें भारी अनियमितताएं दिख रही हैं। मार्ग की चौड़ाई अधिकांश जगहों पर 6 मीटर से भी कम है, तो सोइलिंग में क्रेशर के पत्थरों के बजाय मिट्टी व कच्चे पत्थर बिछाये जा रहे हैं। सुरक्षा मानकों का कहीं भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है, यहां तक कि एक भी साइन बोर्ड मार्ग पर नहीं लगाये गये हैं, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं पाटा मोटर मार्ग पर डामरीकरण इस कदर है कि, डामर अभी से उखडने लग गया है। जिसको देखते हुए प्रमुख अगस्त्यमुनि ने जिलाधिकारी से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।