नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की तीन दिवसीय व्याख्यानमाला सोमवार से दिल्ली में शुरू हो रही है। इस कार्यक्रम का मुख्य केंद्र हिंदुत्व होगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस लेक्चर का आयोजन दिल्ली के विज्ञान भवन में किया जाएगा। कार्यक्रम में 40 दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। हालांकि इस कार्यक्रम में विपक्ष के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना कम है। कार्यक्रम में मोहन भागवत भविष्य के भारत की परिकल्पना और संघ की सोच के विषय पर संवाद करेंगे।
कार्यक्रम का शीर्षक ‘भविष्य का भारत : आरएसएस का दृष्टिकोण’ रखा गया है। इसमें कई गणमान्य लोगों के भाग लिए जाने की उम्मीद है, जिनमें धार्मिक नेता, फिल्म कलाकार, खेल हस्तियां, उद्योगपति और विभिन्न देशों के राजनयिक शामिल हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को न्योता नहीं भेजा गया है। जानकारी के मुताबिक बैठक में मुस्लिम और ईसाई नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
कार्यक्रम के मुताबिक मोहन भागवत शुरुआती दो दिन में कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, इसके अलावा आखिरी दिन वह जनता के सवालों का जवाब देंगे। मोहन भागवत इस दौरान करीब 200 से अधिक सवालों का जवाब देंगे।