लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को अमेठी से अपना नामांकन कर दिया। नामांकन से पहले उन्होंने लगभग दो घंटे तक रोड शो किया था। इस दौरान उनके साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा, जीजा राबर्ट वाड्रा के साथ उनके दोनों बच्चे रेहान वाड्रा और मिराया वाड्रा भी मौजूद रहे। उनकी मां और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) चेयरमैन सोनिया गांधी रोड शो में शामिल नहीं हुईं। वह सीधे कलेक्ट्रेट पहुंची।
नामांकन से पहले राहुल गांधी ने ट्रक पर सवार होकर अपने परिवार के साथ रोड शो की शुरूआत दरपीपुर से की। इसके बाद वह गौरीगंज पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। ‘विशाल मेगा मार्ट’ से लेकर ‘बचपन’ स्कूल के बीच कड़ी धूप होने के बावजूद भी लोग घंटों उनका इंतजार करते रहे। लोगों ने रास्ते में उन पर फूलों की बरसात की। रोड शो में भारी संख्या में लोग कांग्रेस के झंडे लेकर नजर आए। लोग रोड शो में गरीबों को 72 हजार रुपए देने की न्याय योजना के झंडे लहरा रहे थे। कार्यकर्ताओं ने ढपली बजाकर राहुल गांधी के नारे लगाए। साथ ट्रक में दोनो तरफ तिरंगा झंडे भी लहरा रहे थे। ट्रक पर सवार राबर्ट वाड्रा लोगों का अभिवादन करते हुए लोगों में जोश भरते नजर आए।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि पिछली बार स्मृति ईरानी को लोग जानते नहीं थे, इसीलिए थोड़े वोट मिल गये थे। लेकिन इस बार लोग उन्हें जान गये हैं तो उन्हें बिल्कुल भी वोट नहीं मिलेंगे। पूरा रोड शो दरपीपुर से शुरू होकर गौरीगंज पहुंचा इसके बाद विशाल मेगा मार्ट पर स्वागत किया गया। राहुल का जुलूस ‘बचपन’ स्कूल होते हुए जामो मोड़ कलेक्ट्रेट पर खत्म हो गया। लगभग तीन किलोमीटर का रोड शो आयोजित किया गया। भीड़ ज्यादा होने के कारण गौरीगंज कस्बे में भीषण जाम लग गया। गाड़ियों की लम्बी कतार देखने को मिली।
कांग्रेस अध्यक्ष इससे पहले चार अप्रैल को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से पहले ही नामांकन कर चुके हैं। राहुल गांधी पहली बार दो संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। वह अमेठी से चौथी बार चुनाव मैदान में हैं।