हरिद्वार: ऋषिकुल विद्यापीठ ब्रहमचर्य आश्रम में रहने वाले आठवीं कक्षा के एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद तरह-तरह की चर्चाएं जोरों पर है। बीती रात करीब 1:30 बजे कक्षा आठ मे पढ़ने वाले 14 वर्षीय छात्र दीपेश शर्मा ने धोती से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद एक छात्र के देखने पर उसने विद्यालय के बाकी छात्रों को सूचना दी। सूचना पुलिस को दी गई, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को उतारकर जिला चिकित्सालय पहुंचाया।
विद्यालय स्टाफ ने परिजनों को सूचना दी, परिजनों के दिल्ली से हरिद्वार पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम किया गया। दिल्ली निवासी 14 वर्षीय दिपेश शर्मा पिछले 3 वर्षों से ऋषि कुल विद्यापीठ ब्रहमचर्य आश्रम का छात्र था जो कि, वहीं छात्रावास में रहता था, छात्रावास में उसके अलावा 85 अन्य छात्र भी रहते हैं। छात्रों ने बताया कि कल रात दीपेश शर्मा ने बरामदे में बने लगे सरिये में अपनी धोती का फंदा बनाकर उस पर झूल गया। जब रात्रि एक साथी बाहर निकला, तो उसने देखकर शोर मचाया, जिससे मौके पर अध्यापक और छात्र इकट्ठे हो गए। बताया जा रहा है कि छात्र पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव में था। परिजनों का कहना है कि कुछ समय पहले दीपेश के दादा जी का देहांत हुआ था, इसकी वजह से वह तनाव मे था। हालांकि मायापुर चौकी इंचार्ज गिरीश चंद का कहना है कि, हम अन्य पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रहे हैं। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद मामले में कुछ कहा जाएगा। छात्रावास में रहने वाले अध्यापक का कहना है कि, दीपेश पढ़ाई-लिखाई में ठीक था लेकिन, उसके मानसिक तनाव का क्या कारण था यह नहीं पता चल पाया है और ना ही कोई सुसाइड नोट बरामद किया गया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य महेश चंद जोशी ने बताया कि छात्रों में किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं था। कुल मिलाकर छात्र के आत्महत्या करने से विद्यालय के अनुशासन और छात्रों के रहन-सहन की स्थिति को लेकर कई तरह की चर्चाएं होने लगी हैं।