देहरादून: दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से कोरोना वायरस को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की गई है। चीन से निकले इस वायरस की चपेट में दुनिया के करीब 18 देश हैं, जहाँ इस वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान की गई है। भारत में इसका पहला मरीज केरल में सामने आया। वहीँ चीन से लौटी उत्तराखंड की एक छात्रा को कोरोना वायरस की संदिग्ध मानकर ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया। हालांकि राहत की बात है कि, कोरोना वायरस से संदिग्ध छात्रा की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। छात्र के ब्लड सैंपल को एनआईवी पुणे जांच के लिए भेजा गया था।
छात्रा को जुकाम और बुखार है। इसलिए छात्रा को एम्स में ही आईसोलेशन वार्ड में रखा गया है। छात्रा का इलाज किया जा रहा है। युवती 16 जनवरी को चीन से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची थी। वहां पर स्क्रीनिंग के बाद वह देहरादून में अपने घर आई। सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार होने पर वह देहरादून के निजी अस्पताल में इलाज करा रही थी। गुरुवार रात तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर दून अस्पताल पहुंचे, जहां कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण मिलने पर छात्रा को ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर किया गया।