हरिद्वारः सूबे के चर्चित डीएम ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उनके साथ कभी यह घटना भी घट सकती है, कि उनके सम्मान समारोह में ही उनको अपमानित किया जायेगा।
गंगा में खनन के विरोध में पिछले दो महीने से अनशन कर रहे मातृ सदन स्वामी आत्मबोधानंद ने भरी सभा में हरिद्वार के जिला अधिकारी दीपक रावत का अपमान कर दिया। आपको बता दें कि इन दिनों जिलाधिकारी दीपक रावत सोशल मीडिया में चर्चित अधिकारी के तौर पर जाने जाते है लेकिन कल जब मदन मोहन मालवीय की पुण्यतिथि पर जिलाधिकारी को उनके सामाजिक कार्यो के लिए सम्मानित किया जा रहा था तो अचानक वहां बैठे स्वामी आत्मबोधानंद ने इसका विरोध शुरू कर पर्चे उडाते हुए वो मंच की ओर बढे और डीएम साहब को गंगा द्रोही कहने लगे। स्थिति को बिगड़ता देख तुरंत डीएम साहब और मंच पर बैठे लोगों ने सभी से वीडियो ना बनाने का दबाव डाला।
ब्रह्मचारी दयानंद ने बताया कि ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने डीएम का विरोध इसलिए किया क्योंकि जिस नाम से उनको सम्मानित किया जा रहा था (मदन मोहन मालवीय) वो गंगा के रक्षक थे और उनका कहना है कि डीएम दीपक रावत कानून का उल्ल्घंन करके गंगा में खनन करवा रहे हैं जो गंगा विरोधी हैं। हालांकि इस घटना के बाद ब्रह्मचारी हरिद्वार जेल में बंद हैं।
आस पास मौजूद लोग मंच पर चढ आये और आत्मबोधानंद को जबरन मंच के पीछे ले गये । कुछ मौजूद लोगों ने बताया कि वहा उनकी पीटाई भी की गई, बाद में आयोजकों की ओर से आत्मबोधानंद के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कराया गया।
देखें क्या बोले आत्मबोधानंद डीएम को भरी सभा में….