देहरादून: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुम्मा की कुर्सी जाने के बाद चर्चाओं में आए भारतीय मूल के गुप्ता बंधुओं को लेकर कई तरह के खुलासे हो रहे हैं। गुप्ता बंधुओं की उत्तराखंड की राजनीति से लेकर नौकरशाही तक खासी पकड़ है। यही कारण है कि उन पर पूर्व की कांग्रेस और वर्तमान भाजपा सरकार भी मेहरबान है। माना जाता है कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा समेत देश की हवाई सेवाओं में गुप्ता बंधुओं की बड़ी हिस्सेदारी है। खासकर हेली सेवाओं में। प्रदेश सरकार ने हाल ही में छोटे नगरों को हवाई सेवा से जोड़ने की योजना बनाई है। उसके लिए दो कंपनियों को टेंडर दिए गए हैं। उनमें से एक कंपनी हेरिटेज एविएशन है।
यूएई में गुप्ता बंधुओं की प्रमुख कंपनियों में से एक फिडेलिटी एंटरप्राइजेज है। हेरिटेज एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के भारत में जितने भी हेलीकाॅप्टर चला रही है, वह सभी फिडेलिटी एंटरप्राइजेज के ही हैं। फिडेलिटी एंटरप्राइजेज के पास इन हेेेलिऑप्टर्स की ओनरशिप है जो दुबई से इम्पोर्ट होकर भारत में आये है और हेरिटेज एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के परमिट पर भारत में सेवाएं दे रहे है। हेरिटेज एविएशन प्राइवेट लिमिटेड उत्तराखंड राज्य में चारधाम यात्रा व अन्य सेवाएँ देती है। साथ ही उनको उत्तराखंड राज्य में रीजनल कनेक्टिविटी को भी संचालन करने का भारत सरकार की ज़ानिब से टेंडर दिया गया है।
अब देखना यह होगा कि केंद्र और राज्य सरकार इस गंभीर मुद्दे पर क्या निर्णय लेती है। नागरिक उड्डयन विभाग कंपनी पर कोई कार्रवाई करता है या नहीं। फिलहाल गुप्ता बंधुओं पर सरकार की मेहरबानी जारी है। गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रिका की पुलिस को भले ही नहीं मिल रहे हों, लेकिन उत्तराखंड पुलिस उनकी सुरक्षा में दिन-रात एक किए हुए है। उनको दी गई सुरक्षा भी नहीं हटायी गई है।
हैलो उत्तराखंड न्यूज से बात करते हुए प्रमुख सचिव गृह आनंद वर्धन ने बताया कि गुप्ता बंधुओं की सुरक्षा हटाने का निर्णय शासन को लेना है। अब तक सुरक्षा नहीं हटाई गई है। उन्होंने कहा कि गुप्ता बंधुओं के देहरादून में हरने के दौरान ही उनको सुरक्षा दी जाती है। उनके यहां नहीं रहने की स्थित में कोई सुरक्षा नहीं रहती है।