देहरादून: सूबे की सरकार प्रदेश भर के गांव को बिजली से जगमगाने का सपना पूरा करने जा रही है। उत्तराखंड राज्य में सालों से बन रही चार लघु जल विद्युत परियोजनाएं अब बिजली उत्पाद करने जा रही हैं। ये सभी परियोजनाएं प्रदेश के दुरस्त इलाकों में होंगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार के इस कदम से प्रदेश भर के दुरस्त इलाके बिजली की रोशनी से जगमगा जायेंगे।
परियोजनाएं जिला उत्पादन छमता शुरू होने का समय
- उर्गम चमोली 3 मेगावाट 2018 दिसम्बर
- कालीगंगा-1 रुद्रप्रयाग 4 मेगावाट 2019 फरवरी
- कालीगंगा -2 रुद्रप्रयाग 5 मेगावाट 2019 मार्च
- मध्यमहेश्वर रुद्रप्रयाग 15 मेगावाट 2019 जनवरी
ऊर्जा प्रदेश उत्तराखंड में जल विद्युत परियोजनाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं और ये भी माना जाता है इन परियोजनाओं से प्रदेश जहाँ बिजली से जगमगायेगा वहीं इन परियोजनाओं से प्रदेश की आर्थिकी भी बढ़ेगी। लेकिन दुर्भाग्य है इस प्रदेश का जहां ऊर्जा प्रदेश का नाम तो मिला लेकिन आज भी प्रदेश के 31 गांव बिजली से महरूम हैं। लेकिन अब सरकार इन गांव में बिजली देने के लिए दूरस्थ इलाकों में 4 लघु जल विद्युत परियोजनाएं शुरू कर रही हैं जिनसे इन स्थनो में बिजली पहुंच सके और लघु जल विद्युत से यहां रोजगार के भी साधन जुट सकें, जिससे यहां के स्थनीय लोगों को पलायन का दंश भी नहीं भुगतना पड़ेगा ।
ये परियोजनाएं प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में हैं जिनसे प्रदेश को करीब 27 मेगावाट बिजली मिलने जा रही है और इन परियोजनाओं से प्रदेश में बिजली की किल्ल्त भी कुछ हद तक दूर होंगी।
प्रदेश में बिजली उत्पादन की आपार संभावना होने के बावजूद आज भी प्रदेश में न तो बिजली की किल्ल्त दूर हो पायी और ना ही ये उर्जा प्रदेश बन पाया। भले इन परियोजनाओं से प्रदेश को कुछ राहत तो मिलेगी लेकिन सवाल आज भी है की आखिर प्रदेश कब ऊर्जा प्रदेश बनेगा ?