नई दिल्ली: रेलवे के मुसाफिरों को अब किराये की फिक्र में वक्त जाया करने की जरूरत नहीं होगी। प्रिमियर शताब्दी ट्रेन के ऐसे सेक्शन जहाँ पेसेन्जर कम हैं, वहां रिसोर्सेज का पूरा इस्तेमाल करने के लिए किराया कम करने की तैयारी है। रेलवे ने ऐसी 25 शताब्दियों को चिन्हित किया है, जिनका किराया कम होनें जा रहा है, इसके साथ ही 75 नई ट्रेनें चलाई जायेंगी। पूरे देश में ऐसी करीब 45 शताब्दियां चलती हैं, साथ ही यह देश की सबसे तेज चलनें वाली ट्रेन है।
इस स्कीम को लेकर रेलवे तेजी से काम कर रहा है। स्कीम के तहत बैंगलूरू-मैसूर और जयपुर-अजमेर के बीच का किराया घटाकर बसों के किराये के बराबर कर दिया गया तथा इसका परिणाम भी सकारात्मक रहा।