नई दिल्ली: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 36 राफेल जेट के सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि घोटाला प्रभावित बाफोर्स तोप सौदे और लड़ाकू विमानो राफेल की खरीद के बीच तुलना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राफेल डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है। विपक्ष इस पर बेवजह हल्ला कर रहा है।
कांग्रेस राफेल मुद्दे पर सरकार पर हमलावर रही है। उसका दावा है कि उसके शासनकाल में जो सौदा हुआ था, वह मोदी सरकार के 36 राफेल जेट की खरीद से ज्यादा सस्ता था। मोदी सरकार ने फ्रांस से 58 हजार करोड़ रुपए में 36 राफेल जेट का सौदा किया है। कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि राफेल सौदे में कोई घोटाला नहीं हुआ है। यदि कांग्रेस को ऐसा लगता है, तो वे इस पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
दूसरी ओर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदुस्तान एयरोनेटिक्स लि. (एचएएल) को तेजस हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) का उत्पादन बढ़ाना होगा। यह भी कहा कि सरकार मार्क दो संस्करण का बेसब्री से इंतजार कर रही है और कई देशों ने एचएएल द्वारा विकसित स्वदेशी विमान में रूचि दिखाई है।