रानीखेत: उद्यान निदेशालय रानीखेत में निदेशक का कार्यभार डा. आरसी श्रीवास्तव ने संभाला। श्रीवास्तव कुछ सालो पूर्व इसी विभाग में कार्य कर चुके हैं। उन्हें देहरादून में 1 मार्च को पद मिल गया था। लेकिन वे 2 दिवसीय दौरे पर रानीखेत निदेशालय पंहुचे थे।
उन्होंने उद्यान का निरिक्षण भी किया, कर्मचारियों व अधिकारियों की बैठके भी ली। वे वहां के बारे में सभी कुछ जानते व समझते रहे हैं। उन्होंने कहा, कि विभाग का रानीखेत शिरमोर है। चौबटिया उद्यान से इसकी पहचान है। मंडी परिषद से मिले 1 करोड़ रूपये से यहाँ एक ट्यूबवैल लग रहा है। जिससे सिंचाई हेतु पानी की कमी नही रहेगी। हेरिटेज बिल्डिंग का काया कल्प किया जायेगा। हाई ब्रीड इम्पोर्टेड पौध लगाई जा रही है। जहाँ पहले 250 के करीब पौधे लग पाते थे अब वहां पर 500 के करीब पौधे लगाये जा रहे है, जो कम जगह लेते हैं। 120 मधुमक्खियों के बाक्स लगाये जा रहे है। जिसका भी लाभ मिलेगा। रानीखेत को अपेक्षित कहने पर उन्होंने कहा कि, यह सही नही है, निदेशालय को पूरे प्रदेश की योजनायें देखनी होती हैं। जिन विभागों के कार्यालय देहरादून में हैं उनसे भी सांमजस्य बनाना होता है।
ज्ञातव्य है कि रानीखेत का यह उद्यान प्रसिद्ध रहा है। लेकिन समय के साथ आकर्षण विहीन होता चला गया। जिसे उन्होंने पूर्व से भी बेहतर बनाये जाने की बात कही।