अलीगढ़: तालानगरी के टप्पल क्षेत्र में ढाई वर्ष की बच्ची की जघन्य हत्या का घटनाक्रम सुनकर हर किसी का दिल दहल जाता है। एक बालिका की क्रूरता से हत्या हुई। जिसमें पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई है। इसके चलते एसएसपी ने निवर्तमान इंस्पेक्टर केपी सिंह चहल सहित पांच पुलिसकर्मियों को गुरुवार देर रात निलंबित कर दिया। निवर्तमान कर्मियों में थाने के तीन दरोगा व एक सिपाही शामिल हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की एक बच्ची की हत्या कर दी गई थी। टप्पल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बूढ़ा गांव में रहने वाली बच्ची 31 मई को घर से लापता हुई थी।बच्ची के परिवारवालों ने उसी दिन बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई।बता दें कि बच्ची की 31 मई को ही हत्या कर दी गई थी। 5 दिन बीत जाने के बाद एक कूड़े के ढेर में से बच्ची की लाश मिली।बच्ची के माता-पिता ने आरोपियों से पचास हजार रुपए उधार लिए थे जिसमें से चालीस हजार रुपए वापस किए जा चुके थे। केवल दस हजार रुपए का लेनेदेन बाकी रह गया था। इस पर एक रोज आरोपी ने बच्ची के पिता को रोककर पैसे लौटाने को कहा तो दोनों के बीच विवाद हो गया। इस पर आरोपी बच्ची के पिता को जाते-जाते देख लेने की धमकी दे गया।
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।इस पर पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दावा किया है कि बच्ची के साथ रेप की घटना नहीं हुई है।बताया जा रहा है कि बच्ची की हत्या आपसी रंजिश में हुई है।इन पर गुमशुदगी देरी से लिखने के अलावा, बच्ची की खोज में और हत्या होने पर आरोपियों की गिरफ्तारी में लापरवाही का आरोप है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार नितर्वमान इंस्पेक्टर टप्पल कुशलपाल सिंह चहल, थाने के तीन सब इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह, अरविंद कुमार, शमीम अहमद व सिपाही राहुल यादव को निलंबित किया गया है।
इन पांचों पर आरोप हैं, कि पहले तो बच्ची 30 मई को गायब हुई और परिजन थाने गए तो इन्होंने 31 मई को गुमशुदगी क्यों दर्ज की। उसी दिन क्यों नहीं, इसके अलावा बच्ची को खोजने और हत्या की जानकारी होने के बाद आरोपियों को खोजने में भी लापरवाही की गई और पुलिस टीम में समन्वय का भी अभाव दिखा।