मऊ: 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए सातवें चरण में 19 मई को पूर्वांचल की घोसी संसदीय सीट पर वोटिंग होनी हैं। वोटिंग से पहले घोसी सीट पर समाजवादी पार्टी और बसपा गठबंधन मुश्किलों में है। बता दें कि गठबंधन घोसी सीट से अतुल राय को अपना प्रत्याशी बनाया है, लेकिन गठबंधन प्रत्याशी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हैं। अब मतदाता इस पशोपेश में हैं कि आखिर जिसे उन्हें वोट देना है, वो कहां है?
सपा-बसपा की बढ़ी मुश्किले
सातवें चरण के लिए 19 मई को पूर्वांचल की घोसी संसदीय सीट पर वोटिंग होनी हैं। इस सीट पर समाजवादी पार्टी-बसपा गठबंधन का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से है। भाजपा ने इस सीट पर हरिनारायण राजभर को टिकट दिया है, जबकि गठबंधन ने इस सीट पर अतुल राय को अपना प्रत्याशी बनाया है। प्रत्याशी घोषित होने के बाद अतुल ने इस सीट पर कुछ दिनों तक अपना चुनाव-प्रचार किया लेकिन अब वह फरार चल रहे हैं।
हाईकोर्ट का दरवाया खटखटाया
रेप मामले में अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए राय ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उन्हें वहां से निराशा हाथ लगी। कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी पर स्टे देने से इनकार कर दिया। फिलहाल कहा जा रहा है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए गठबंधन प्रत्याशी अजय राय भूमिगत हो गए हैं। इस सीट पर भाजपा जहां आक्रामक होकर अपना चुनाव प्रचार कर रही है, वहीं गठबंधन के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई है। गठबंधन को समझ में नहीं आ रहा है कि वह राय की कमी किस तरह से पूरी करे। गठबंधन के मतदाताओं के सामने भी उलझन है कि वह फरार चल रहे प्रत्याशी के पक्ष में वोट करें अथवा उन्हें किसी और विकल्प की तलाश करनी चाहिए।
क्या है मामला
हाईकोर्ट में दाखिल याचिका के अनुसार बाहुबली अतुल राय पर बलिया की एक युवती ने दुष्कर्म, धोखाधड़ी, धमकी देने समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया है। लंका थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार 7 मार्च 2018 को अतुल राय ने उसे अपनी पत्नी से मिलाने के बहाने रेस्टोरेंट में बुलाया और फिर उसे कमरे में ले जाकर दुराचार किया। युवती का आरोप है कि दुराचार का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड किया गया था। पिछले दिनों युवती ने सोशल मीडिया पर अपनी आवाज उठाई और ट्वीट के माध्यम से डीजीपी से शिकायत की। जिसके बाद डीजीपी कार्यालय से बनारस पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश मिला और फिर अतुल राय पर मुकदमा लिखा गया। वहीं, इस पूरे मामले में अतुल राय का कहना है कि यह सब भाजपा का षडयंत्र है, पूरा मामला फर्जी हैं। युवती मुझसे चुनाव के नाम पर मदद मांगने आया करती थी और अब जब मैं लोकसभा का प्रत्याशी बन गया तो ब्लैकमेल कर रही है। अतुल राय ने कोर्ट को बताया कि युवती द्वारा ब्लैकमेल करनी की रिपोर्ट उन्होंने बलिया के नरही थाने में दर्ज कराई है। इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाये।