नई दिल्ली: भारतीय निर्वाचन आयोग ने रविवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। तारीखों के ऐलान के बाद एक नया विवाद उठा खड़ा हुआ है। विवाद चुनाव की तारीख और रमजान के महीने को लेकर है। इस पर अब चुनाव आयोग की ओर से सफाई पेश की गई है। है. आयोग ने कहा है कि रमजान पूरे महीने चलता है, ऐसे में चुनाव नहीं टाले जा सकते थे। चुनाव आयोग ने यह भी साफ किया है कि शुक्रवार के दिन वोटिंग नहीं रखी गई है।
इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए चुनाव आय़ोग ने कहा कि, चुनाव पूरे महीनें होंगे ऐसे में रमजान को इससे अलग नहीं किया जा सकता। हालांकि रमजान के दौरान आने वाले मुख्य त्यौहारों और शुक्रवार के दिन का ध्यान रखते हुए इन दिनों में मतदान नहीं रखा गया है। बता दें कि 6 मई से रमजान की शुरुआत होने जा रही है,वहीं चुनाव आयोग के तय कार्यक्रम के अनुसार अंतिम मतदान 19 मई को होगा।
रमजान के महीने में चुनाव तारीख को लेकर हुए विवाद पर शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि चुनाव 5 साल में होते हैं, हम जानते हैं ऐसे में किसी कारण की वजह से चुनाव नहीं टाले जा सकते हैं। वहीं इस मामले पर आम आदमी पार्टी नेता अमानातुल्लाह ने ट्वीट कर लिखा है कि 12 मई को दिल्ली में रमजान होगा। ऐसे में मुसलमान कम वोट देंगे और फायदा बीजेपी को मिलेगा।
चुनाव आयोग ने रविवार को आगामी लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। सात चरणों में होने वाले आम चुनाव का पहला चरण 11 अप्रैल को होगा, वहीं, सातवां और आखिरी चरण 19 मई को होगा। लोकसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा 23 मई को होगी।