नई दिल्ली:देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने सोमवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी राफेल मामले में अनायास जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। जबकि कांग्रेस के कार्यकाल में ही तय किए गए अनुबंध के आधार पर राफेल लड़ाकू विमान की खरीद की गई है। इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने साफ-साफ बता दिया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी इस निर्णय को भी नहीं मान रही है और प्रधानमंत्री पर झूठा व बेबुनियाद निराधार आरोप लगा रही है।
Defence Minister: A politically divided JPC is looking into a matter already looked into by the SC. A Bofors JPC ended up converting kickbacks into winding up charges. So to ask for JPC is for Congress' political grandstanding rather than genuinely knowing, post court's verdict. pic.twitter.com/hosBxlug91
— ANI (@ANI) December 17, 2018
राफेल पर पीएसी को रिपोर्ट नहीं दिखाने के कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए सीतारमण ने कहा कि सही प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘हमने कैग को राफेल की कीमत बता दी है, संसदीय सिस्टम में रिपोर्ट को कैग देखता है, फिर यह पीएसी को भेजी जाती है। पीएसी के देखने के बाद यह रिपोर्ट सार्वजनिक हो जाएगी। यही प्रकिया है, इसका पालन किया गया है।’ वहीं, हलफनामे में गड़बड़ी की बात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘हलफनामे में हमने डेटा और जानकारी दी है। हमें लगता है कि समझने में कोई समस्या हुई है, हम चाहते हैं कि आप (अदालत) इसे देखें और इसे सही करें, यह अदालत को हमारी अपील है।’
बता दें कि राफेल पर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के आरोपों के बीच सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भाजपा को पलटवार का मौका दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने राफेल पर अंतिम फैसला सुनाते हुए विमान खरीद की प्रक्रिया में किसी भी गड़बड़ी से इन्कार किया था। जिसके बाद भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा संभालते हुए 70 जगहों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का फैसला लिया। इस अभियान में कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी पदाधिकारी शामिल है।