बड़कोट: नौगांव ब्लाक की बनाल पट्टी के करनाली (बिगराड़ी) गांव निवासी सुरेंद्र रावत को राज्य दिव्यांग बोर्ड का सलाहकार सदस्य मनोनित किया गया है। सुरेंद्र रावत लंबे समय से रवांई घाटी के दिव्यांगों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने ने ही अपने प्रयासों से पहली बार रवांई घाटी में दिव्यांगों की आवाज को बुलंद करने का काम किया।
सुरेंद्र रावत यमुनाघाटी दिव्यांग संघ के अध्यक्ष हैं। सुरेंद्र समाजसेवा के कार्यों में बढ़चढ़ कर भागीदारी करते हैं। सुरेंद्र रावत आंखों से भले ही अल्प दिव्यांग हों, लेकिन उन्होंने कभी खुद को कमजोर नहीं समझा। खुद के दम पर अपना कारोबार खड़ा करने के बाद दिव्यांगों के लिए संघर्ष करना शुरू किया। रवांई घाटी खासकर नौगांव ब्लाक में विकलांगों को उनके अधिकारों के लिए जागरूकर करने का काम सुरेंद्र रावत ने ही शुरू किया। उसके बाद उन्हांेने रवांई घाटी में दिव्यांगों को एक मंच पर लाने का काम किया और फिर एक संगठन खड़ा करने में भी अहम भूमिका निभाई।
सुरेंद्र रावत दिव्यांगों की मांगों को लेकर उत्तरकाशी से लेकर देहरादून और प्रदेश के दूसरे हिस्सों में विभिन्न आंदोलनों में शामिल होते रहते हैं। सुरेंद्र यमुनोत्री जिला निर्माण समिति के संगठन सचिव भी बनाए गए हैं। साथ ही व्यापार मंडल में भी पदाधिकारी हैं। इसके अलावा कई दूसरे संगठनों से भी जुड़े हुए हैं। लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।