देहरादून: बधाई मांगने को लेकर दो किन्नर पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि, मारपीट तक जा पहुंचा। मामले में मारपीट करने वाले किन्नर नेत्री रजनी रावत के गुट की बताई जा रही हैं। दोनों गुटों में पहले भी आपसी रंजिश सामने आ चुकी है। वहीँ पूर्व मामले में आज मजिस्ट्रेट के सामने पीड़ित गुट के किन्नरों के बयान दर्ज किए गए।
इस मारपीट में निशा, सोनम, शालू, पमीला, सोनिया, आयसा, एनी और गौरी घायल हुए हैं। पीड़ितों का आरोप है कि, वे रोज की तरह बधाई मांगने मथुरावाला क्षेत्र में गए थे, इसी दौरान रजनी रावत गुट के 40 से 50 लोगों ने उन पर हमला कर दिया। जिससे वे बुरी तरह जख्मी हुए हैं। उन्होंने रजनी रावत पर आरोप लगाते हुए कि, रजनी रावत हमेशा से ही गुंडागर्दी पर उतारू रहती हैं। साथ ही कहा कि, वह जन्म से किन्नर नहीं हैं बल्कि, रजनी रावत नेपाल में लिंग परिवर्तन कर किन्नर बनी हैं। इसके आलावा आरोप लगाया कि, रजनी रावत नेपाल से ऐसे ही कई लोगों को किन्नर बनाकर अपने साथ लाने का कार्य करती हैं।
वहीँ रजनी रावत पर लिंग परिवर्तन के सवाल उठने और किन्नरों की मारपीट की घटनाओं के चलते वकील अरुण खन्ना ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की बात कही। अरुण ने कहा कि, वे मांग करेंगे कि किन्नरों का पहचान पत्र अनिवार्य रूप से बनाया जाना चाहिए, जिससे असली और नकली किन्नरों की पहचान हो सके। इसके आलावा किन्नरों द्वारा ली जाने वाली राशी को भी निर्धारित किया जाना चाहिए, जिससे आमजन भी बेवजह की परेशानी से बच सके।