रुद्रप्रयाग: राजकीय विद्यालयों में अतिथि शिक्षक के तौर पर तैनात शिक्षकों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिक्षकों ने पुनर्नियुक्ति, बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने को लेकर केदारनाथ के आधार शिविर गौरीकुण्ड में सरकार की बुद्धि-शुद्दी के लिए यज्ञ किया व रैली निकालकर अपनी डिग्रियों को आग के हवाले किया।
वर्ष 2015 में माध्यमिक विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल तैयार करने के मकसद से अतिथि शिक्षकों की तैनाती सरकार द्वारा की गयी थी, लेकिन मार्च 2018 से इन्हें सरकार ने हटा दिया। पूरी योग्यता रखने के बावजूद भी इन बेरोजगारों के भविष्य को लेकर सरकार द्वारा कोई कदम न उठाया जाने के कारण बेरोजगारों ने गौरीकुण्ड से प्रदेश व्यापी आन्दोलन शुरु कर दिया है।
सरकार के खिलाफ जिस तरह से अब बेरोजगारों का गुस्सा फूट रहा है, वह कहीं-ना-कहीं सरकार के लिए घातक सिद्ध होगा और बडी बात यह है कि, बेरोजगार अब थराली उप-चुनाव व पंचायत चुनावों में भी अपनी भागीदारी जनता को बताने का मन बना चुके हैं। ऐसे में सरकार के लिए इस आन्दोलन को संभालना एक टेडी खीर साबित होगा।