रायबरेली: 2019 के लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक गलियारों में घमासान मचता हुआ दिखाई दे रहा है। कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में जमकर राजनीति हो रही है और खासतौर पर पोस्टर वॉर के जरिए एक दूसरे पर निशाना साधा जा रहा है। केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार ने सोनिया गांधी के गढ़ रायबरेली को अरुण जेटली की सांसद निधि के जरिए घेरने की तैयारी की तो वहीं अब रायबरेली कांग्रेस संगठन का काम देख रही प्रियंका गांधी पर निशाना साधा गया है। कांग्रेस के विरोधियों ने प्रियंका वाड्रा के लापता होने को लेकर जगह-जगह पोस्टर लगाए हैं। साथ ही लोगों को पम्पलेट्स भी बांटे गए हैं। ये पोस्टर रायबरेली में त्रिपुला चौराहे से लेकर हरदासपुर तक और शहर में कई जगह लगाए गए हैं। खासबात यह है कि पोस्टर में प्रियंका गांधी को इमोशनल ब्लैकमेलर बताया गया है। इसके अलावा पोस्टर में ये भी लिखा गया है कि अखियां थक गई पंथ निहार…आजा रे परदेशी बस एक बार। पोस्टर में हरचंपुर रेल हादसा, ऊंचाहार दुर्घटना और रालपुर हादसे में प्रियंका गांधी के न आने पर तंज कसते हुए लिखा गया है कि नवरात्र, दुर्गा पूजा व दशहरा में तो नहीं दिखाई दी। अब क्या ईद में दिखेंगी मैडम वाड्रा?
दरअसल, रायबरेली में कई बड़े हादसे हुए जिसमे प्रियंका वाड्रा नजर नहीं आई। ऐसे में कांग्रेस विरोधियों को कांग्रेस नेता प्रियंका पर हमला करने का मौका मिल गया है।
प्रियंका गांधी के इस तरह के पोस्टर से रायबरेली का राजनैतिक माहौल गरमाने के साथ-साथ चर्चाओं का बाज़ार भी गर्म हो गया है। अभी इस मसले पर किसी भी पार्टी का कोई बयान सामने नही आया है। पोस्टर लगाए जाने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीके शुक्ला ने कहा है कि ऐसी गंदी हरकत करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।