नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे राहुल गांधी ने शनिवार को पीएम मोदी और रमन सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनकी योजनाओं को लेकर भी कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ एक समृद्ध राज्य है लेकिन बीजेपी की सरकार यहां के लोगों से चोरी करती है और 15-20 समृद्ध उद्योगपति मित्रों की मदद करती है। इसके अलावा उन्होंने जीएसटी, नोटबंदी और सरकार की अलग-अलग फैसलों को लेकर भी जमकर निशानेबाजी की।
राहुल गांधी ने कहा कि, मोदी जी कहते हैं कि वो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ आकर अपने सीएम को भ्रष्ट नहीं कहते। आपका 5 हजार करोड़ रुपया चिट फंड स्कैम में गायब हो गया है। राहुल ने कहा कि इस मामले में 310 एफआईआर दर्ज की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि मुख्यमंत्री ही इसमें शामिल हैं। इससे पहले राहुल राजनांदगांव में एक गुरुद्वारा भी गए।
उन्होंने रमन सरकार केो घेरते हुए कहा कि रमन सिंह जी ने हजारों एकड़ जमीन किसानों, आदिवासियों से छीनी, लेकिन कांग्रेस की सरकार आयी तो हम गांव के हर परिवार को जमीन देने वाले हैं। राहुल ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने धान के लिए 21 सौ रूपये के एमएसपी का वादा किया था, लेकिन आज, किसानों को केवल 15 सौ रूपये मिलते हैं। कांग्रेस सरकार धान के लिए 25 सौ रूपये का एमएसपी मुहैया कराएगी। हम किसानों को बोनस भी देंगे जो बीजेपी ने वादा किया और पूरा करने में नाकाम रहे।
राहुल ने छत्तीसगढ़ में हुए भ्रष्टाचार पर हमला करते हुए कहा कि पीडीएस में भी यहां स्कैम हुआ है। छत्तीसगढ़ के लोगों का 36 हजार करोड़ रुपए लूट लिया गया। उन्होंने कहा, डायरी मिली, डायरी में लिखा था सीएम मैडम को पैसा दिया, डॉक्टर साहब को पैसा दिया। राहुल ने सीएम रमन सिंह से पूछा कि सीएम मैडम और डॉक्टर साहब कौन हैं जिनका नाम स्कैम से जुड़े मामले में डायरी में लिखा गया है। राहुल ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री जवाब नहीं देना चाहते तो उन्हें छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए कि बेटे के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के बेटे का नाम पनामा पेपर में आया है। पनामा पेपर में नाम आने के बाद पाकिस्तान में पीएम को जेल हो गया। इसके अलावा राहुल ने राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने 15 चुनिंदा उद्योगपतियों के 3.5 लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए हैं।