नई दिल्ली: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जिस तरह से फ्रांस में राफेल डील की पहली खेप को आधिकारिक रूप से रिसीव करने के बाद उसकी शस्त्र पूजा की, उसको लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़ा बयान दिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने राफेल की शस्त्र पूजा को तमाशा करार दिया है। राफेल की शस्त्र पूजा को खड़गे ने तमाशा करार देते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने जब बोफोर्स तोप खरीदी थी तो यह सब दिखावा नहीं किया था। कोई भी उसे खरीदने और लाने के लिए नहीं गया था, हमने कोई दिखावा नहीं किया था।
मल्लिकार्जुन खड़का का बयान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा राफेल की शस्त्र पूजा के अगले दिन आया है। विजयदशमी के मौके पर राजनाथ सिंह ने फ्रांस में आधिकारिक रूप से राफेल को रिसीव किया था और इसकी शस्त्र पूजा की थी। इस दौरान उन्होंने राफेल पर ओम लिखकर कलावा बांधा था, साथ ही राफेल के पहियों के नीचे नींबू रखा गया था। जिसके बाद राफेल के भीतर राजनाथ सिंह ने उड़ान भरी थी और कहा था कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसे सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट में कभी उड़ान भरूंगा।
वहीँ कांग्रेस नेता संजय निरुपम का कहना है कि शस्त्र पूजा को ड्रामा या तमाशा कहा जाना बिल्कुल गलत है। शस्त्र पूजा हमारे देश की पुरानी परंपराओं में से एक है। दरअसल, समस्या यह है कि खड़गेजी नास्तिक हैं, उनका ईश्वर में विश्वास नहीं है, लेकिन कांग्रेस पार्टी में हर कोई नास्तिक नहीं है।
गौरतलब है कि भारत ने फ्रांस के साथ 36 राफेल एयरक्राफ्ट का करार किया है। 36 राफेल एयरक्राफ्ट की डील 23 सितंबर 2016 को हुई थी, यह करार भारत सरकार और फ्रांस सरकार के बीच हुआ था।