देहरादूनः विधानसभा, विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत पीडब्लूडी में सवा दो करोड़ के टेण्डर का घोटाला सामने आया है। जिसमें विभागीय कर्मियों ने केवल एक ही समाचार पत्र में मात्र दो-तीन प्रतियां प्रकाशित की। जिससे ना तो अन्य ठेकेदारों को विज्ञप्तियों का पता चला और ना ही टेण्डर प्रक्रिया का। जिसके कारण मात्र तीन ही ठेकेदारों को पूरे टेण्डर सौंप दिए गए।
यह कहना है जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी का। उनका कहना है कि विभाग ने केवल अपने चहेतों को ही 11 जुलाई 2017 को सवा दो करोड़ के टेण्डर बांट डाले। उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि विभाग में उनका खौफ ही नहीं है, और उनकी नाक के नीचे ही यह सब किया गया है। साथ ही उन्होंने इस घोटाले की सीबीआई जांच की भी मांग की।
इस बाबत हैलो उत्तराखंड न्यूज ने जब पड़ताल की तो सामने आया कि अधिशाषी अभियंता वाई.एन. रघुवंशी के द्वारा ही टेण्डर के लिए विज्ञापन प्रसारित हुआ है, क्योंकि सूचना विभाग अपर निदेशक अनिल चंदोला ने बातया कि हमारे पास ऐसी कोई भी विज्ञप्ति नहीं आई। और जिस समाचार पत्र में विज्ञप्ति निकाली गई है वो समाचार पत्र नवम्बर 2017 में ही इम्पैनल किया गया है तो भला विभाग कैसे विज्ञप्ति उक्त समाचार पत्र जुलाई माह में दे सकती थी।
वहीं मुख्य अभियंता राजेन्द्र गोयल का कहना है कि डेढ़ करोड़ से कम के टेंडर अधिशाषी अभियंता ही देते हैं, वो जिम्मेदारी उनकी ही है। साथ ही उनका यह कहना है कि इस बाबत तुरंत जांच करवाने के आदेश दे दिए गए हैं। हालांकि जब अधिशाषी अभियंता वाई.एन. रघुवंशी से टेण्डर प्रक्रिया के लिए पूछा गया तो उनका इससे उलट ही जवाब आया कि विज्ञप्ति सूचना विभाग के द्वारा ही जारी की जाती है।
-लेकिन सवाल यह है कि यदि अधिशाषी अभियंता की माने तो फिर सूचना विभाग में कोई भी विज्ञप्ति क्यों नहीं आई?
-केवल एक ही समाचार पत्र को कैसे टेण्डर विज्ञप्ति जारी की गई?