देहरादून: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यह एक ऐसा हमला था, जिसमें कश्मीर से कन्याकुमारी तक लगभग हर राज्य से जवान शहीद हुए हैं। इस हमले में देवभूमि के भी दो वीरों ने प्राणों की आहुति दी है। देशभर में इस हमले को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए। हालांकि सीआरपीएफ ने अभी 37 जवानों के शहीद होने की आधिकारिक पुष्टि की है। शहीद होने वालों में उत्तराखंड के भी दो जवान शामिल हैं। एक जवान उत्तरकाशी का, जबकि दूसरा उधमसिंह नगर जिले के खटीमा का रहने वाला था।
शहीद वीरेंद्र सिंह उधमसिंह नगर जिले के खटीमा के मोहम्मदपुर भुढ़िया गांव के रहने वाले हैं। इनके दो छोटे बच्चे है। शहीद वीरेंद्र सिंह के बहनोई रामकिशन ने बताया कि वीरेंद्र के दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी 5 साल की, जबकि ढाई साल का बेटा है। उन्होंने बताया कि वीरेंद्र दो दिन पहले ही 20 दिन की छुट्टी बिताने के बाद जम्मू के लिए रवाना हुआ था।
वहीं, दूसरा शहीद जवान मोहन लाल रतूड़ी उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड के बनकोट का रहने वाला है। बनकोट निवासी जिला पंचायत सदस्य जोगेंद्र रावत ने बताया कि मोहन लाल रतूडी 55 शहीद हुए हैं। वर्तमान में मोहन लाल का परिवार देहरादून डिफेंस कालोनी में रहता है। मोहन लाल सीआरपीएफ की 76 वीं वाहिनी में एएसआइ थे।