देहरादून: बीते दिनों हुई दलित युवक जितेंद्र दास की मौत पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने व्यक्तिगत तौर पर प्रायश्चित करने का निर्णय लिया। इस क्रम में सोमवार को वह मौन व्रत पर बैठे। वह एक घंटे के लिए गांधी प्रतिमा के सामने मौन व्रत पर रहे। इससे पहले रविवार को हरीश रावत का कहना था कि चूंकि वह राज्य के सीएम रह चुके हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उत्तराखंड में घटी है, इसलिए वह प्रायश्चित स्वरूप इस कार्यक्रम को आयोजित कर रहे हैं।
नैनबाग के बसाण गांव निवासी जितेंद्र दास की विवाह समारोह के दौरान मौत का मामला लगातार गरमाया हुआ है। कांग्रेस का हर बड़ा नेता जितेंद्र के गांव पहुंचकर सांत्वना दे चुका है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बाद रविवार को कांग्रेस महासचिव हरीश रावत भी बसाण गांव पहुंचे।
इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि यह विशुद्ध रूप से सामाजिक मसला है। उत्तराखंड जो कि सौहार्द और सद्भाव की भूमि है, वहां पर यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और हम सबके लिए शर्मनाक है। इसलिए देश की जनता को यह बताने के लिए वह व्यक्तिगत रूप से इस घटना से कितने शर्मसार हैं, प्रायश्चित करना चाहते हैं।
बता दें जौनपुर ब्लॉक के श्रीकोट गांव में एक विवाह समारोह में दबंगों की पिटाई से घायल 23 वर्षीय जितेंद्र दास निवासी बसाण गांव ने उपचार के दौरान देहरादून अस्पताल में दम तोड़ दिया था।