नई दिल्ली: जिस दिन पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्बेट पार्क में मौजूद थे। हमला होने के बावजूद उन्होंने रुद्रपुर की जनसभा को फोन पर संबोधित किया, लेकिन जानकारी होने के बाद भी उन्होंने फोन से सीआरपीएफ के काफिले पर हमले और जवानों की शहादत की बात को जिक्र तक नहीं किया। इस मामले को लेकर अब कांग्रेस भी मुखर हो गई है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जिस वक्त सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए। हमले के तीन घंटे बात तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्बेट पार्क में अपने विज्ञापनों की शूटिंग करते रहे। इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है।
कांग्रेस ने कहा है कि सीआरपीएफ जवानों पर हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी जिम कॉर्बेट गए और एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त रहे। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, आतंकी हमले के बाद पीएम ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा नहीं की, क्योंकि सरकारी पैसे से होने वाले योजनाओं का उद्धाटन रुक जाता। पूरे देश के चूल्हे शोक में बुझे थे और प्रधानमंत्री चाय का आनंद ले रहे थे। इससे ज्यादा अमानवीय व्यवहार नहीं हो सकता।
अमित शाह ने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि उनको शायद इस बात की जानकारी नहीं है कि कांग्रेस की सरकार ने 1947, 1965, 1971 में पाक को धूल चटाई। मोदी जी ने तो वक्त पर बयान भी नहीं दिया। दिनभर कॉर्बेट पार्क का भ्रमण कर रहे और प्रचार की शूटिंग कर रहे थे। देश हमारे शहीदों के टुकड़े चुन रहा था और पीएम अपने नारे लगवा रहे थे। ये मैं नहीं तस्वीरें कह रही हैं।
उन्होंने कहा, इस देश का पीएम उग्रवादी हमले के बाद चार घंटे तक शूटिंग करता है, चाय-नाश्ता करता है। उनके बारे में क्या कहना चाहिए। इतना ही नहीं 16 फरवरी को शहीदों के ताबूत एयरपोर्ट पर थे और वो एक घंटे देरी से पहुंचे। क्या आपके जलसे और राजनीतिक प्रचार उन्हें इंतजार करवाएंगे। शहीदों के जनाजे में इनके मंत्री साक्षी महाराज वोट मांगते हैं, पर्यटन मंत्री सेल्फी विद डेड बॉडी लेते हैं। इससे शर्मनाक और क्या होगा, यही पीएम और उनके मंत्रियों का आचरण है।