नई दिल्ली: एसएसी/एसटी एक्ट यानि अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को लेकर हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित और आदिवासी संगठनों ने देशभर में आज सोमवार को भारत बंद का एलान किया है। दलित संगठन से जुडे लोग कई राज्यों में जगह-जगह इक्ठ्ठे हो रहे हैं। साथ ही कई जगह रेल पटरियों पर जमा होकर ट्रेनों की आवाजाही को भी बाधित कर रहे हैं। कई जगह भारत बंद ने हिंसा का रूप भी अख्तियार कर लिया। वहीं केन्द्र सरकार सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करेगी।
आपको बता दें कि, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट 1989 में सीधे गिरफ्तारी पर रोक लगाने का फैसला किया था। कोर्ट के इस फैसले के अनुसार, एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में तुरंत गिरफ्तारी की जगह शुरुआती जांच की बात कही गई है। साथ ही केस दर्ज करने से पहले डीएसपी स्तर के अधिकारी द्वारा पूरे मामले की प्रारंभिक जांच करने की बात भी कही गई है और साथ ही कुछ मामलों में आरोपी को अग्रिम ज़मानत भी मिलने की बात कही गई है।
वहीँ उत्तराखंड में भी जगह-जगह इसका असर देखने को मिला। राजधानी देहरादून सहित सीमांत जिला पिथौरागढ़ में भी इसका असर देखा गया, जहाँ हजारों की तादात में अनुसूचित जाती व जनजाति के लोगों के ने सडकों पर उतरकर जमकर प्रर्दशन किया और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए रोष जताया है। साथ ही लोगों ने जिलाधिकारी के हाथों ज्ञापन देकर कोर्ट ने जो अघ्यादेश जारी किया हैं उसे वापस लेने की मांग की।