देहरादून: बीते सोमवार सुबह थाना बंसत विहार पर सूचना मिली कि, शुक्लापुर प्राईमारी स्कूल के पास कोई शव पडा है। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पंहुचे। घटना स्थल पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पडा था, जिसकी हत्या गोली मारकर करना प्रतीत हो रही थी। घटना स्थल के पास से पुलिस को खोखा कारतूस बरामद हुए, पुलिस द्वारा तत्काल मृतक की फोटो को पहचान हेतु आस-पास के थाना क्षेत्र व पब्लिक लाईजनिंग नेटवर्क पर जानकारी प्राप्त चाही तो ज्ञात हुआ कि उक्त शव जयकरण रौतेला निवासी मोहनपुर का है, जो प्रोपर्टी का कार्य़ करता है।
पुलिस टीम को सुरागरसी पतारसी व गोपनीय जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि जयकरण रौतेला का विवाद बबलू गोदियाल व सुरजीत सिह के साथ चल रहा है जो दोनो संयुक्त रुप से प्रोपर्टी डिलींग का कार्य करते थे व जयकरण रौतेला व बबलू गोदियाल व सुरजीत के मध्य जमीन की डील को लेकर 15 लाख का रुपये का विवाद चल रहा था व घटना की रात्रि को आखरी बार जयकरण रौते बबलू गोदियाल व सुरजीत के साथ ही था।
उक्त प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीमो ने बबलू गोदियाल जिसके पास एक अवेध पिस्टल होने की जानकारी मिली थी, जो कि सम्भवतः घटना मे प्रयुक्त अस्लाह था व बबलू गोदियाल की कार की तलाश प्रारम्भ की गई। उक्त के दौरान मृतक के भाई विक्रम रौतेला पुत्र परधुमन रौतेला निवासी 24 मोहनपुर प्रेमनगर द्वारा भी अपने भाई की हत्या बबलू गोदियाल द्वारा करना बताया गया था व थाना बसंत विहार पर बबलू गोदियाल व उनके अन्य साथियो के विरुद् हत्या का अभियोग पंजीकृत कराया गया।
पूर्णानन्द उर्फ बबलू गोदियाल ने बताया मैने 2012 से प्रोपर्टी का काम शुरु किया। तब से मैने सुरजीत के साथ ही प्रोपर्टी का काम किया व कुछ प्रापोर्टी मे जयकरण रोतेला के साथ काम किया। मेरा व सुरजीत का आफिस स्मृति नगर मे है। वर्ष 2018 से जयकरण, मेरे व सुरजीत के बीच नई जमीन खरीदने के लिये 15 लाख रूपये का विवाद चल रहा था। हम लोग आपस मे 10-15 दिन मे मिलते रहते थे तथा आपस मे खाना पीना खाते है। जब मैने जयकरण को पैसो के लिए कहा तो वह आना कानी करने लगा। रविवार को मै प्रेमनगर मे स्नूकर प्वाइंट पर था तो रात्रि को जयकरण का फोन आया मैने कहा कि मै स्नूकर मे हूं, तो 10-15 मिनट बाद जयकरण अपनी कार लेकर स्नूकर प्वाइन्ट पर आया व उसके 10 मिनट बाद ही सुरजीत भी आ गया। फिर मैने सनूकर का मालिक संयोग सेट्टी, जो मेरा अच्छा दोस्त है मैने उस से कहा कि तुम घर चले जाओ। मैं सुरजीत और जयकरण रौतेला कुछ देर और रुकेगें। मै स्कूनर प्वाइंट को बन्द कर दूंगा और संयोग सेट्टी चला गया। हम तीन स्नूकर प्वाइंट पर रहे व हमने वहां थोडी शराब पी व सुरजीत की स्कूटी पर हम तीनो पावर हाउस के पास गये। जयकरण रौतेला ने अपनी गाडी स्नूकर प्वाईट के नीचे ही छोड दी थी।
जयकरण रौतेला, मेरे व सुरजीत के बीच जो 15 लाख रुपये लेने देने का विवाद था, उसमे मेरी व सुरजीत की जयकरण से बहस हो गई। मै अपनी गाडी मे सुरजीत को लेकर अपने घर आया। घर से मैने अपनी पिस्टल निकाली और जयकरण से विवाद होने पर मैने व सुरजीत ने मिलकर जयकरण को मारने की ठानी व मैने अपनी पिस्टल से उस पर ताबडतोड फायरिंग की। पिस्टल से गोली मारकर जयकरण की हत्या कर दी और हम दोनो भाग गये व पुलिस से बचने के लिये अलग-अलग चले गये।
हत्या मे प्रयुक्त अस्लाह की जानकारी की तो बताया कि मैने एक पिस्टल 4-5 महीने पहले मुजफ्फरनगर के पास से खरीदी थी जो देसी है। आज अभियुक्त पूर्णानन्द गोदियाल की निशानेदेही पर घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल मय मैगजीन के बरामद कर लिया है। इस सम्बन्ध में थाना बंसत विहार में अवैध पिस्टल रखने के सम्बन्ध में भी थाना हाजा पर मु0अ0स0 41/2019 धारा 25 आर्म्स एक्ट का भी अभियोग पंजीकृत किया गया। दूसरा अभियुक्त लगातार अपनी फरारी से बचने का प्रयास कर रहा था। पुलिस द्वारा आज सुरागरसी पतारसी कर फरार अभि0 सुरजीत को आईएसबीटी के पास से गिरफ्तार किया गया।