देहरादून: अभी ज्यादा दिन नहीं हुए जब भाजपा दफ्तर में मंत्रियों के जनता दरबार लगाने पर कांग्रेस ने भारी हंगामा किया था और इसे संवैधानिक नियमों के विपरीत बताया था लेकिन, ऐसा लग रहा है कि उत्तराखण्ड में सरकार और संगठन में कोई फर्क ही नहीं रह गया है। इसकी बानगी दिखी गुरुवार को सचिवालय परिसर में बने नये मीडिया सेंटर में।
सीएम त्रिवेन्द्र रावत मीडिया सेंटर के पुनर्निर्माण कार्यों के बाद उद्घाटन करने पहुंचे थे। उद्घाटन कार्यक्रम के बाद मीडिया को सम्बोधित भी करना था लेकिन, जब प्रेस कांफ्रेंस हॉल में त्रिवेन्द्र सिंह रावत अपने दल बल के साथ पहुंचे तो सभी दृश्य देखकर अचम्भित हो गये। सीएम के साथ भाजपा के दो पदाधिकारी भी मौजूद थे। प्रेस कांफ्रेन्स शुरु होने से पहले ही दोनों पदाधिकारियों ने सीएम त्रिवेन्द्र के दायें बायें की कुर्सी ले ली। सीएम के एक तरफ बैठे गजराज सिंह बिष्ट जो कि प्रदेश के महामंत्री हैं और दूसरी तरफ बैठे विनय गोयल, जो हाल ही में देहरादून के महानगर अध्यक्ष बने हैं। सभी पत्रकार और वहां मौजूद अधिकारी मन ही मन ये सोच रहे थे कि आखिर सरकारी कार्यक्रम में पार्टी के पदाधाकारियों की मौजूदगी क्यों?
कार्यक्रम सचिवालय के अंदर हो रहा था और पूरी तरह सरकारी था फिर पार्टी के पदाधिकारियों की मौजूदगी सीएम के प्रेस कांप्रेन्स के दौरान और उसके बाद भी चर्चा का विषय बनी रही। सूत्रों के हवाले से पता चला कि दोनों ही पदाधिकारी सीएम से मिलने आये थे और कार्यक्रम में भी साथ चले आये। दोनों लोगों को कार्यक्रम का औपचारिक निमंत्रण नहीं था।