देहरादून: साढ़े सात हजार फिट की उंचाई पर स्थित देवरियाताल में कृष्ण महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। यहां हजारों की तादाद में स्थानीय लोगों ने भगवान कृष्ण की भव्य झांकियां निकाली और रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री के बतौर प्रतिनिधि रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी व केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने किया। देवरिया महोत्सव में प्रसिद्ध नाटक नंदा की जात की भावपूर्ण प्रस्तुति ने पूरे माहौल को भावुक बना दिया। इस दौरान भरत चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों की वर्षों पुरानी बांसवाडा-पिंगलापानी मोटर मार्ग को स्वीकृत कर दिया गया है और सड़क निर्माण को लेकर वित्तीय स्वीकृति भी मिल गयी है। महोत्सव में कई गांवों से पहुंची भगवान श्रीकृष्ण की मनमोहक झांकियां निकाली गयी। भारी बारिश के बावजूद भी महोत्सव में हजारों की तादाद में स्थानीय लोग मौजूद रहे साथ ही कार्यक्रम में प्रसिद्ध रंगकर्मी डा. राकेश भट्ट के नाटक नन्दा की जात की भावपूर्ण प्रस्तुति की गयी।
वहीं केदारघाटी के त्रियुगीनारायण और अगस्त्यमुनि के चंद्रापुरी कस्बे में कृष्ण जन्मोत्सव पर ग्रामीणों द्वारा भव्य झांकी निकाली गई। इसके अलावा देहरादून के गेम विला चूना भट्टा में आयोजित कृष्ण जन्माष्टमी व दिवंगत सांसद मनोरमा डोबरियाल शर्मा के जन्मदिवस के अवसर पर जौनपुरी,गढ़वाली संस्कृति की धूम रही। इस दौरान काफल चैप्टर के अंतर्गत पहाड़ी व्यंजनों,पहाड़ी वेशभूषा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें दूर दराज से आए हुए प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस दौरान प्रतिभागियों ने पहाड़ी व्यंजन बनाने के साथ-साथ पहाड़ी संस्कृति रासो नृत्य कर लोगों को पहाड़ी संस्कृति से रूबरू करवाया। साथ ही अन्य क्षेत्रों से आए हुए कलाकारों के द्वारा भी प्रस्तुति दी गई। कृष्ण की बाल कलाकृति के आधार पर छात्र-छात्राओं के द्वारा प्रस्तुति दी गई व छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। प्रतियोगिता में रासो नृत्य में अंकित कपिल एंड ग्रुप ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके अलावा पहाड़ी व्यंजनों में झंगोरे की खीर प्रथम स्थान कपिल गॉड, मंडुवा की रोटी प्रथम स्थान आशीष चमोली, आलू का थेचवाणी में प्रथम स्थान नीरज गुसाईं ने प्राप्त किया। साथ ही कई समाज सेवी प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम दिवंगत सांसद व उनकी सास मनोरमा डोबरियाल शर्मा के जन्मदिवस के अवसर पर लगातार 3 वर्षों से किया जा रहा है जिसका उद्देश्य उत्तराखंड की पहाड़ी संस्कृति व विभिन्न क्षेत्रों मैं निस्वार्थ भाव से समाज के हित में कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करना है।