नई दिल्ली: ओडिशा के कालाहांडी जिले के लांजीगढ़ स्थित वेदांता के एल्युमीनियम प्लांट में सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में एक सुरक्षाकर्मी को जिंदा जला दिया गया जबकि एक प्रदर्शनकारी की भी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, रेंगोपाली और आसपास के गांवों के लोग लांजीगढ़ में रिफाइनरी के पास नौकरी एवं अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, कि कंपनी द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों में अपने बच्चों के दाखिले और रिफाइनरी में स्थानीय युवकों को नौकरी देने की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहा था। कि प्रदर्शनकारियों ने रिफाइनरी परिसर में घुसने की कोशिश की लेकिन वहां तैनात ओआईएसएफ के गार्ड्स ने उन्हें रोका, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया। गार्ड्स ने लाठियां भांजकर उनको रोकने की कोशिश की। प्रदर्शनकारी इस दौरान प्लांट में काफी देर तक तोड़-फोड़ करते रहे।
जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने एल्युमिनियम प्लांट के समुदाय सेवा केंद्र में तोड़-फोड़ की और ओआईएसएफ स्टाफ सुजीत कुमार मिंज को कमरे में बंद कर उसमें आग लगा दी। कमरे में बंद सुजीत कुमार की जलने से मौत हो गई। सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई इस झड़प में दो लोगों की जान चली गई। इसकी पुष्टि वेदांता प्लांट के कॉरपोरेट विंग ने की है।
वेदांता देश की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी है। ये कंपनी साल में 2.3 मिलियन टन एल्यूमीनियम का उत्पादन करती है और भारत के एल्यूमीनियम उद्योग में इसकी लगभग 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी का ओडिशा के लांजीगढ़ स्थित प्लांट वेदांता लिमिटेड के तहत संचालित किया जाता है जो होल्डिंग कंपनी वेदांता रिसोर्सेज के अधीन है।