मसूरी: चैत्र नवरात्रि में अष्टमी के पावन पर्व पर मसूरी कैम्पटी रोड स्थित मां संतूरा देवी के मंदिर में मां दुर्गा का आर्शीवाद लेने के लिये भारी संख्या में भक्तों की भीड़ देखी गई। यहां सुबह से ही मा संतूरा देवी के मंदिर में भक्त लोग पहुंचना शुरू हो गये। और मां के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूरी होने की मन्नत मांगी।
मंदिर के पुजारी रोहित मिश्रा ने बताया कि चैत्र नवरात्रि में अष्टमी का सर्वाधिक महत्व है। साधारणतया यह कुलदेवी का दिन माना जाता है। यहां भक्तजन आज के दिन पुराने अपनी कुलदेवी की पूजन-अर्चन करते हैं। काली, महाकाली, भद्रकाली, दक्षिण काली तथा बिजासन माता का पूजन अष्टमी के दिन होता है और इसी को लेकर भक्तों द्वारा कई सालों पूराना मां संतूरा देवी के मंदिर पहुंच कर मां दुर्गा का अर्शीवाद लेते है। उन्होंने बताया कि मसूरी कैम्पटी रोड स्थित मां संतूरा देवी का अपना इतिहास है।
बताया जाता है कि कई वर्ष पूर्व संतराम महात्मा द्वारा इस पहाड़ी पर आकर मां दुर्गा की आरधना की जिसके फलस्वरूप मां दुर्गा ने मां अम्बा के रूप में उनको दर्शन दिये और महाराज से अपनी इच्छा अनुसार वरदान मांगने को कहा जिसपर महाराज ने उनके चरणों पर अपना स्थान देनी की मांग की जिससे मां ने प्रसन्न होकर कहा कि आज से मैं संतूरा माता के नाम से जानी जाउंगी।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि 1991 में आये भारी भूकंप के कारण मां संतूरा के द्वारा मसूरी और आसपास पर आने वाली मुसिबत को अपने उपर ले लिया जिससे मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया जिसके बाद मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के मालिक एस.के. रावल ओर स्थानीय लोगों की मदद से एक बार फिर मां संतूरा देवी के भव्य मंदिर का निर्माण करवाया गया और मां को स्थान दिया गया ।