भोपाल: मध्य प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस ने पूरी ताक लगा दी है। इंदौर में मीडिया से बात करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, दो करोड़ नौकरियों का वादा जुमला बनकर रह गया. राफेल में दाल में काला है, इसलिए जांच कमेटी नहीं बनाई जा रही है. मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय संस्थानों को खत्म किया जा कहा है. यहां हर पांच घंटे में एक किसान आत्महत्या करता है. राज्य में बेरोजगारी की वजह से खुदकुशी के मामले बढ़े हैं. उन्होंने नोटबंदी को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि नोटबंदी का कोई मकसद पूरा नहीं हुआ.
इंदौर में प्रेस वार्ता के दौरान मनमोहन सिंह ने कहा कि मेरी सरकार ने एमपी सरकार को हर संभव मदद दिया, अगर विश्वास न हो तो शिवराज सिंह जी से पूछ लीजिए. इस सरकार में भी सेंटर स्टेट संबंध होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के चंद महीने शेष रह गए. मुझे यह कहते शर्म नहीं आती कि मोदी सरकार ने कोई वादा पूरा नहीं किया. मनमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी को शोभा नहीं देता कि वे विपक्षी दलों के नेताओं के साथ गाली गलौज करें. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी सरकार रिमोट से चलने का आरोप बेबुनियाद.
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी, जीएसटी को लेकर सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि किसान, व्यापारी और छोटे व मझौले कारोबारी सबसे ज्यादा परेशान हैं. नोटबंदी ने व्यापारियों की कमर तोड़कर रख दी है. सिंह ने कहा कि नोटबंदी के बावजूद भी भारत न तो काला धन आया और न ही आतंकवाद या नक्सलवाद ही बंद हुआ. नोटबंदी की वजह से बड़े स्तर पर काले धन को सफेद किया. उन्होंने कहा कि सरकार की इस फैसले की वजह से सैंकड़ों लोगों की जान की. मोदी सरकार ने वादा किया था कि वह स्विस बैंक से काला धन लाएंगे और सभी भारतीय के खातों में 15 लाख रुपये देंगे. 2014 में कहा गया था कि वह हर साल 2 करोड़ नौकरी देंगे. ये सभी वादे आज तक अधूरे हैं. मोदी सरकार ने सभी से झूठ बोला और ठगा है. लेबर ब्यूरो सर्वे तक को बंद कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि नौकरी कितनी बड़ी समस्या है इसे बस ऐसे समझा जा सकता है कि मध्यप्रदेश में पीएचडी और एमए किए लोग पियून की नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सरकार ने कुछ भी नहीं किया. इस वजह से आत्महत्या के मामले भी बढ़े हैं. पूर्व पीएम ने कहा कि बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं किस तरह से सरकार सीबीआई और आरबीआई जैसी एजेंसियों पर हमला बोल रही है. यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है.