-अरुण कश्यप
हरिद्वार: पथरी थाना क्षेत्र के गांव धनपुरा निवासी एक युवक ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। युवक का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसे इस कदर पीटा कि, उसके सिर और गले में चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि, आरोप लगाने वाले दोनों युवक खुद आपस में भिड़े हैं।
पुलिस के मुताबिक, दीपावली के दिन इरशाद पुत्र शौकत निवासी घिस्सूपुरा पथरी और सलीम पुत्र कासिम निवासी धनपुरा पथरी के बीच पैसों के लेन-देन को लेकर झगड़ा हो गया था। पुलिस ने दोनों का शांतिभंग में चालान कर दिया। मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया। जेल से आने के बाद शुक्रवार रात सलीम की हालत बिगड़ गई और वह जिला अस्पताल में भर्ती हो गया। इरशाद ने आरोप लगाया कि, पुलिस ने सलीम के साथ उसके सामने मारपीट की है। जिस कारण सलीम की तबीयत बिगड़ गई है। सलीम के सिर और गले में चोट के निशान दिख रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शी इरशाद का कहना है कि, पथरी थाने के एसओ आशुतोष चौहान, फेरुपुर चौकी प्रभारी देवेंद्र सिंह तोमर और दो सिपाहियों ने सलीम के साथ मारपीट की। उसने आरोप लगाया कि, सलीम के गले में पैर रखकर मारपीट की गई है।
सलीम का कहना है कि, पुलिस ने दोनों को जबरन जेल भेजा है। उधर थानाध्यक्ष आशुतोष चौहान का कहना है कि सलीम और इरशाद दोनों के बीच मारपीट हुई थी। जिसके बाद दोनों का शांतिभंग में चालान किया गया है। पुलिस ने किसी भी तरह की मारपीट नहीं की है। मामला खनन से जुड़ा हुआ है। गांव वालों के मुताबिक, पथरी में दीपावली से एक रात पहले जमकर खनन हुआ था। पुलिस सूचना मिलने के बाद मौके पर भी पहुंची थी, लेकिन आरोपी पहले ही भाग निकले थे। आरोप है कि पुलिस ने अगले दिन दोनों को चौकी में बुलाया और एक खनन माफिया को पकड़वाने का दबाव बनाया। वहीँ यह भी सवाल उठ रहा कि, पीड़ित पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। साथ ही जिस वक्त दोनों को जेल भेजा गया तो उस वक्त दोनों का मेडिकल परीक्षण कराया गया था। उस मेडिकल में चोट नहीं बताई गई है। उधर पीड़ित सलीम का कहना है कि, पुलिसकर्मियों ने साठगांठ कर मेडिकल बनाया है। वहीँ जिला अस्पताल में भर्ती सलीम अवैध खनन के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है। सलीम के पिता और उसको एंटी माइनिंग की टीम ने खनन करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।