नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों समेत अल्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने भारत बंद बुलाया था, जिसमें देश के 21 दलों ने सहयोग दिया। भारत बंद के दौरान रामलीला मैदान पर जुटे विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार पर जमकर हमला किया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी चुप हैं। उन्होंने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर, किसानों की हालत पर और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर एक भी शब्द नहीं बोला। उन्होंने कहा कि आज पूरा विपक्ष यहां एक साथ बैठा है। हम सब मिलकर एक साथ, बीजेपी को हटाने का काम करेंगे।
राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत विपक्ष के कई प्रमुख नेता रामलीला मैदान पर एकजुट हुए हैं। कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर भारत बंद का ऐलान किया है। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री आज तक नोटबंदी नहीं समझा पाए। वो राफेल पर भी जवाब नहीं देते हैं। उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए। 2014 में मोदी जी जहां भी गए कोई न कोई वायदा करते आए, लेकिन अब वह अपने वायदों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। आज रुपया जितना कमजोर है, उतना 70 साल में कभी नहीं हुआ। पीएम वो कभी नहीं बोलते जो देश सुनना चाहता है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी कहते थे कि जो 70 साल में नहीं हुआ वो हम 4 साल में करके दिखा देंगे, अब लोगों को पता चल गया है कि उन्होंने साढ़े चार साल में हिंदुस्तानियों को आपस में लड़वाया। एक राज्य को दूसरे राज्य से लड़वाया। जातियों को लड़वाया। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राजघाट पहुंचे और यहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। राहुल ने यहां बापू की समाधि पर कैलाश मानसरोवर लैक का पवित्र जल भी चढ़ाया। धरने में शामिल हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मोदी सरकार पर खूब बरसे और कहा कि इतनी बड़ी संख्या में विपक्षी दलों के नेताओं का शामिल होना बहुत महत्वपूर्ण कदम है। मोदी सरकार ऐसा बहुत कुछ कर चुकी है जो हद को पार कर चुका है।
पूर्व पीएम डाॅ. मनमोहन सिंह ने कहा कि अब इस बात की जरूरत है कि सभी राजनीतिक दल अपने पुराने सिलसिलों को पीछे छोड़कर एकजुट हों। भारत की जनता की पुकार सुनें। यह तभी संभव है जब हम छोटे-छोटे मुद्दों को छोड़कर आगे बढ़ेंगे। देश की एकता, अखंडता और लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। इसके लिए हमें तैयार होना चाहिए। अन्य नेताओं ने कहा कि सरकार के खिलाफ जो भी बोलने का प्रयास करता है। सरकार उसे चुप कराने के लिए हथकंडे अपनाने लगती है। सरकार को केवल खुद के लिए अच्छा सुनना ही अच्छा लगता है। देश की जनता को क्या चाहिए सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है।