नई दिल्ली: देश में आर्थिक संकट का दौर है। इकोनॉमी के लगभग सभी आंकड़े निराश करने वाले आ रहे हैं।लाल किले की प्राचीर से अर्थव्यव्सथा को लेकर कई बड़ी बातें कहीं। पीएम ने एक्सपोर्ट, इन्फ्रास्ट्रक्चर, मेड इन इंडिया, डिजिटल पेमेंट, 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को लेकर रोडमैप बताया। दूसरे कार्यकाल में लाल किले से पहले भाषण में पीएम ने अर्थव्यवस्था को फोकस में रखा। उन्होंने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। साथ ही अगले 5 साल में अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को दोहराया।
पीएम मोदी ने कारोबारियों को ‘वेल्थ क्रिएटर’ बताया है। लालकिले से होने वाले प्रधानमंत्रियों के भाषणों में आमतौर पर बिजनेस और इंडस्ट्री के लोगों की बातें कम ही होती हैं, लेकिन इस बार पीएम मोदी ने कारोबारियों को देश के विकास के लिए जरूरी बताते हुए कहा कि इनको सम्मान की नजरों से देखने की जरूरत है। पीएम मोदी ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले की प्राचीर से अपने भाषण में कहा, ‘हमारी कंपनियां और हमारे उद्यमी दुनिया के बाजार में जाने का सपना देखें, हमारे निवेशक ज्यादा कमाएं, ज्यादा निवेश करें, ज्यादा रोजगार पैदा करें, हम इसको प्रोत्साहित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।’
देश की सेवा कर रहे कारोबारी
पीएम मोदी ने कारोबारियों को वेल्थ क्रिएटर यानी संपदा का सृजन करने वाला बताते हुए कहा कि जो देश का वेल्थ क्रिएट करते हैं, वे देश की सेवा कर रहे हैं, हम उनको आशंका की नजरों से न देखें। देश में वेल्थ क्रिएट करने वालों का उतना ही मान-सम्मान होना चाहिए। वेल्थ क्रिएशन नहीं होगा तो गरीब आदमी की भलाई नहीं होगी.।जो लोग वेल्थ क्रिएट करने में लगे हैं वे हमारे देश के लिए भी संपदा हैं। संकट को देखते हुए इस बात की संभावना तो थी कि पीएम मोदी लालकिले से अर्थव्यवस्था पर कुछ बोलेंगे. पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था के लिए कोई बड़ा ऐलान तो नहीं किया, लेकिन कारोबारियों के योगदान को यादकर देश निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।