रुद्रप्रयाग: पीएम मोदी ने बुधवार को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का दिल्ली से जायजा लिया। इसके लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया गया। पीएम मोदी द्वारा 3:45 से 4 बजे तक ड्रोन के माध्यम से लाइव जायजा लिया गया। इस नेटवर्क से देहरादून से मुख्य सचिव और रुद्रप्रयाग से जिलाधिकारी भी जुड़े थे।
पीएम मोदी को प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर के चबूतरे का विस्तार 1500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल से बढ़ाकर 4125 वर्ग मीटर कर दिया गया है। फर्श का आधार बन गया है, पत्थर बिछाने का कार्य चल रहा है। मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के संगम स्थल से मंदिर तक 270 मीटर में जमा 12 फीट मालवा हटा दिया गया है। मंदिर तक 50 फीट चैड़ाई का मार्ग बनाया जा रहा है। इसके दोनों किनारों पर ड्रेन और डक्ट बनाया जाएगा। 24 भागों में बंटे इस मार्ग के 20 पैनल में सतह के कार्य पूरा हो गया है। पत्थर काटने, तराशने और बिछाने का कार्य चल रहा है। मुख्य सचिव ने सुरक्षा दीवार और घाट निर्माण के बारे में बताया कि सरस्वती नदी पर 470 मीटर लंबाई में सुरक्षा दीवार निर्माणाधीन है। 140 मीटर में खुदाई और 80 मीटर में 02 मीटर सुरक्षा दीवार बन गई है। घाट का बेस तैयार हो गया है। मौसम अनुकूल होने पर आरसीसी कार्य शुरू किया जाएगा। इसके अलावा मंदाकिनी नदी पर 380 मीटर सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य भी चल रहा है। न्यूनतम तापमान की वजह से आर.सी.सी. नही हो पा रहा है। मौसम अनुकूल होते ही 73 पुरोहितों के घरों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य पीएम के ड्रीम प्रोजक्ट में शामिल है। यही वजह है कि समय-समय पर प्रधानमंत्री कार्यालय कार्य की प्रगति का जायजा लेता रहता है। पिछले साल 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने यहां पांच परियोजनाओं की नींव रखी थी। इसके बाद राज्य सरकार परियोजनाओं को पूरा करने में युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। सर्दियों में भी कार्य लगातार जारी रहा।