नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरूवार को पंजाब के जालंधर के लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) में भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 106वें सत्र का उद्घाटन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने छात्रों को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि भारत का विज्ञान और तकनीक समाज से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत का अभिन्न योगदान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे ‘जय जवान, जय किसान’ और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नारे ‘जय विज्ञान’ में गुरुवार को ‘जय अनुसंधान’ जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि ”आज का नया नारा है- जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान। मैं इसमें जय अनुसंधान जोड़ना चाहूंगा।”
पीएम मोदी ने कहा कि देश को गंभीर बीमारियों से मुक्त कराना है। ईज ऑफ डूइंग के साथ ईज ऑफ लिविंग पर काम करना है। विज्ञान और तकनीक को आम लोगों से जोड़ना है। अटल इनोवेशन योजना को आगे बढ़ाना सरकार का मकसद है। उन्होंने कहा कि उन्नत भारत बनाने के लिए आज भारत के विज्ञान को महत्वाकांक्षी बनना होगा। हमें सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं करनी, हमें श्रेष्ठता दिखानी होगी। हमें सिर्फ रिसर्च करने के लिए रिसर्च नहीं करनी है, बल्कि अपनी खोजों को उस स्तर पर ले जाना है, जिससे दुनिया उसके पीछे चले।
इसके अलावा पीएम मोदी ने 2018 की उपलब्धियां गिनाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2018 भारतीय विज्ञान के लिए अच्छा साल रहा है। इसमें प्रॉडक्शन ऑफ ऐविएशन ग्रेड बाओफ्यूल, दृष्टिबाधित लोगों के लिए दिव्य नयन मशीन, सर्वाइकल कैंसर, टीबी और डेंगू के डायग्नोसिस के लिए सस्सी डिवाइस और रियल टाइम लैंडस्लाइड वार्निंग सिस्टम शामिल हैं।