नई दिल्ली: यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस पीएम मोदी को यह अवॉर्ड देने खुद दिल्ली पहुंचे हैं। इस अवॉर्ड के लिए पीएम मोदी ने यूएन और भारतीय जनता के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं देश की सवा सौ करोड़ आबादी का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘चैंपियंस ऑफ अर्थ’ से सम्मानित किया गया है। स्थायी विकास एवं जलवायु बदलाव के क्षेत्र में अनुकरणीय नेतृत्व और सकारात्मक कदम उठाने के लिए पीएम मोदी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी के साथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस पीएम मोदी को यह अवॉर्ड देने खुद दिल्ली पहुंचे हैं। इस अवॉर्ड के लिए पीएम मोदी ने यूएन और भारतीय जनता के प्रति आभार जताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, यह सम्मान सिर्फ उनका नहीं है। यह भारत के जंगलों में रहने वाले, अपने आसपास के परिवेश से प्यार करने वाले आदिवासियों का सम्मान है। यह भारत की महिलाओं का सम्मान है जो सदियों से अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में रीयूज और रीसाइकल की प्रक्रिया अपनाती है।
ये भारत के जंगलों में बसे आदिवासी भाई-बहनों का सम्मान है,जो अपने जीवन से ज्यादा जंगलों से प्यार करते हैं
ये भारत के मछुआरों का सम्मान है, जो समंदर से उतना ही लेते हैं,जितना अर्थ उपार्जन के लिए आवश्यक होता है
ये भारत के किसानों का सम्मान है, जिनके लिए ऋतुचक्र ही जीवनचक्र है: PM
— PMO India (@PMOIndia) October 3, 2018
इसके आलावा कहा कि, “ये सम्मान पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भारत की सवा सौ करोड़ जनता की प्रतिबद्धता का है। चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवॉर्ड, भारत की उस नित्य नूतन चीर पुरातन परंपरा का सम्मान है, जिसने प्रकृति में परमात्मा को देखा है। जिसने सृष्टि के मूल में पंचतत्व के अधिष्ठान का आह्वान किया है।”
ये सम्मान पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भारत की सवा सौ करोड़ जनता की प्रतिबद्धता का है।
चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवॉर्ड, भारत की उस नित्य नूतन चीर पुरातन परंपरा का सम्मान है, जिसने प्रकृति में परमात्मा को देखा है।
जिसने सृष्टि के मूल में पंचतत्व के अधिष्ठान का आह्वान किया है: PM
— PMO India (@PMOIndia) October 3, 2018
प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पैरवी के लिए अग्रणी कार्यों तथा 2022 तक एकल उपयोग वाली सभी तरह की प्लास्टिक को भारत से हटाने के संकल्प के कारण नेतृत्व श्रेणी में चुना गया है। बता दें कि ‘चैंपियंस ऑफ अर्थ’ पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा दिया जाता है। यह पुरस्कार सरकार, सिविल सोसाइटी एवं निजी क्षेत्र में ऐसे असाधारण नेताओं को दिया जाता है जिनके कदमों से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा हो।
We are recognising a statesman who embodies true leadership.
In PM @narendramodi, we have a leader who realises the issue of climate change and understands the benefits of climate action. He knows the problems & also works to solve them: @antonioguterres, @UN Secretary General
— PMO India (@PMOIndia) October 3, 2018