कांग्रेस पार्टी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर अपने चुनावी हलफनामे में संपत्ति को लेकर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है। यह संपत्ति गुजरात के गांधीनगर से जुड़ी है। कांग्रेस ने कहा कि गांधीनगर के एक प्लॉट को लेकर पीएम मोदी ने अपने चुनावी हलफनामें में गलत सूचना दी है। पार्टी ने इस मामले में चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है।
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— Congress Live (@INCIndiaLive) April 16, 2019
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी ने गांधीनगर में एक प्लॉट होने का अपने हलमफना में जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि जिस प्लाट का पीएम मोदी ने जिक्र किया है, वह लैंड रिकॉर्ड में नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है, जिसमें पीएम मोदी की संपत्ति को लेकर अहम सवाल खड़े किए गए हैं। यह संपत्ति गांधीनगर में है। पीएम मोदी ने इस संपत्ति के बारे में कुछ छुपाया है। नरेंद्र मोदी को 2002 में मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद यह संपत्ति गांधीनगर में अलॉट की गई थी।”
कांग्रेस प्रवक्ता आगे ने कहा, “2007 के चुनाव में नरेंद्र मोदी जी ने अपने हलफनामे में प्लॉट नंबर 411 सेक्टर-1 गांधीनगर के बारे में जानकारी दी थी। जिसकी अब कीमत 1.18 करोड़ रुपये है। 2007 के हलफनामे में नरेंद्र मोदी जी ने बताया था कि 30 हजार कुछ रुपये खर्च कर प्लॉट में उन्होंने कुछ निर्माण करवाया था।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “2012 के विधानसभा चुनाव में मोदी जी ने अपने हलफनामे में 411 का जिक्र नहीं किया। 411 नंबर प्लॉट उनके हलफनामे में से गायब था। उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि आखिर उन्होंने 411 नंबर प्लॉट का क्या किया। जबकि कुछ भी करने से पहले नियमों के मुताबिक, सूचना देनी होती है। 2012 के चुनावी हलफनामे में मोदी जी ने 411 नंबर प्लॉट की जगह 401ए का जिक्र किया था। उन्होंने अपने हलफनामे में बताया था कि वे 401ए के एक चौथाई हिस्सेदार हैं।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी ने अपने हलफनामे में भी 411 नंबर प्लॉट का जिक्र नहीं किया। 411 की जगह उन्होंने 401ए का जिक्र किया था। मनमोहन सिंह जी जब प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने एक परंपरा शुरू की थी। सभी कैबिनेट और प्रधानमंत्री अपनी पूंजी की जानकारी वेबसाइट पर डालते थे। मोदी जी जब आए तो उन्होंने भी इस परंपरा को जारी रखी। प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर भी मोदी जी ने 401ए प्लॉट के बारे में ही जानकारी दी है।”
पवन खेड़ा ने कहा, “2007 से लेकर अब तक के सभी चुनावी हलफनामों को देखने के बात यह पता चलता है कि सिर्फ पहले हलफनामे में मोदी जी ने 411 नंबर प्लॉट का जिक्र किया था। 2007 के बाद उन्होंने जो भी चुनावी हलफनामे दिए उनमें 411 नंबर प्लॉट की जगह 401ए का जिक्र है।”
उन्होंने कहा, “जमीन के रिकॉर्ड जब गांधीनगर में जांच करवाए गए तो पता यह चला कि वहां पर 401ए नाम से कोई भी प्लॉट नहीं नहीं है। गांधीनगर में 401 और 411 नंबर का प्लॉट है। कांग्रेस ने आगे कहा कि गांधीनगर के रेवेनियू डिराक्टमेंट में पीएम मोदी अकेले मालिक हैं और मोदी बताते हैं कि मैं प्लॉट का एक चौथाई मालिक हूं। मोदी जी ने जिस 401 ए नाम के प्लॉट का जिक्र किया है वो रिकार्ड में दर्ज नहीं है। कांग्रेस ने कहा कि इसी नंबर के प्लॉट को लेकर जेटली ने राज्यसभा के हलफनामे में कहा कि ये प्लॉट उनको गांधीनगर में आवंटित किया गया था और मैं इसका एक चौथाई मालिक हूं। कांग्रेस ने दावा किया है कि रिकॉर्ड में 401 है लेकिन 401 ए नहीं है। इस प्लॉट की कीमत 1.19 करोड़ रुपए है।
कांग्रेस ने सवाल किया है कि जो प्लॉट गांधीनगर में है ही नहीं उसे पीएम मोदी ने कैसे अपने हलफनामे में बता दिया। कांग्रेस ने पूछा है कि आखिर यह कैसे मुमकिन है कि जो प्लॉट रिकार्ड में ही नहीं उसे अरुण जेटली ने भी अपने हलफनामें में अपना बताया। कांग्रेस पार्टी ने पूरे मामले में चुनाव आयोग से पीएम मोदी के खिलाफ हलफनामे में गलत जानकारी देने के आरोप में कार्रवाई की मांग की है।