वही गायत्री ने बताया कि उन्होंने मन की बात के 30वें संस्करण में प्रधानमंत्री मोदी को रिस्पना की दुर्दशा के बारे में बताया था। लेकिन इन डेढ़ सालों में रिस्पना नदी की हालत तस के मस है। वही रिस्पना नदी में कोई सुधार अभी तक नहीं किया है। राज्य सरकार रिस्पना को पुनर्जीवित करने के लिए काफी दावे करती आई है। लेकिन धरातल पर कोई भी कार्य ढंग से नहीं किया गया।
रविवार को मन की बात का 50वां संस्करण प्रसारित किया जा रहा है। जिस के लिए देशभर से मन की बात में भाग लेने वाले बच्चों को दिल्ली बुलाया गया है। उन बच्चों में से एक देहरादून की गायत्री भी है।