देहरादून: महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष आशा मनोरामा शर्मा डोबरियाल अपनी कुछ साथियों के साथ प्रधानमंत्री मोदी को उनके चुनावी वायदे याद दिलाने जा रही थी। शर्मा को पहले तो घर में ही नजरबंद कर लिया गया था, लेकिन वहां से किसी तरह चकमा देकर निकल गई। जोगीवाला चैक पर उनको पहचान लिया गया। पुलिस से उनकी तीखी नोंक-झोंक भी हुई। उनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष व काफल चैप्टर ऑफ गढ़वाल की संयोजिका आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा के पीएम मोदी से मिलने जाने की जानकारी पुलिस को पहले ही लग गई थी। इसको देखते हुए उनको पुलिस ने उनके घर में की नजरबंद कद दिया था। लेकिन आशा मनोरामा शर्मा डोबरियाल ने कपड़े से मुंह ढक लिया और हेलमेट पहनकर अपनी स्कूटी से कार्यक्रम स्थल रायपुर स्टेडियम की ओर चल दीं।
जोगीवाला में पुलिस स्टेडियम की ओर जाने वाले लोगों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान चैकी प्रभारी राजेश शाह ने उनको पहचान लिया। पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की भी हुई। उन्हांेने कहा कि वे पीएम मोदी को चूड़ियां लौटाने जा रही थी। ये वो चूड़ियां थी, जो वर्तमान मोदी कैबिनेट में मौजूद दो महिला कैबिनेट मंत्री स्मृति इरानी और सुषमा स्वराज ने यूपीए के कार्यकाल में पेट्रोल, ड़ीजल, गैस और सीमा पर जवानों की हत्या व अन्य मामलों को लेकर तत्कालीन डाॅ. मनमोहन सरकार को भेजी थी। शर्मा ने कहा कि उन्हीं चूड़ियों को अब वापस करने का वक्त आ गया है।
उन्होंने कहा कि आज देश पहले से बदतर हालत में है। जिन मुद्दों पर तत्कालीन सरकार ने विरोध किया था। पूरे देश में आंदोलन किया था, लेकिन आज देश बदहाली की ओर है। केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। आम जनता परेशान हैै। इसके बाद भी सरकार कुछ करने को तैयार नहीं है।